Last Updated on September 29, 2025 9:04 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो
गोरखपुर: विश्व हृदय दिवस के अवसर पर फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, गोरखपुर द्वारा फातिमा हॉस्पिटल के ओपीडी क्षेत्र में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “Don’t Miss a Beat” रही, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को हृदय स्वास्थ्य के प्रति समय पर सचेत करना, रोकथाम और सही देखभाल के महत्व को समझाना था। कार्यक्रम में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेश कुमार गुप्ता ने तेज़ रफ़्तार जीवनशैली में बढ़ते हृदय रोगों के खतरे पर चिंता व्यक्त करते हुए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और सबसे महत्वपूर्ण तनाव प्रबंधन पर विशेष जोर दिया।
जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत और छात्रों की प्रस्तुति
कार्यक्रम की शुरुआत औपचारिक रूप से स्वागत भाषण और प्रार्थना गीत से हुई। इसके बाद बी.एससी. तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने एक प्रभावी पीपीटी प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने हृदय रोगों से बचाव के उपायों और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के फायदों पर प्रकाश डाला।
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विद्यार्थियों ने एक रोचक नाट्य प्रस्तुति (स्किट) भी पेश की, जिसके माध्यम से उन्होंने अस्वास्थ्यकर आदतों के गंभीर खतरों और हृदय रोग होने पर समय पर चिकित्सा उपचार की आवश्यकता को सरल और मनोरंजक ढंग से प्रदर्शित किया। यह प्रस्तुति उपस्थित लोगों के लिए शिक्षाप्रद और आकर्षक रही।
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. लोकेश कुमार गुप्ता का प्रेरणादायी संबोधन
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. लोकेश कुमार गुप्ता (MBBS, MD, DM) ने अपने विस्तृत और प्रेरणादायी भाषण में वर्तमान समय की जीवनशैली पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हृदय रोगों का जोखिम बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है। उन्होंने लोगों को हृदय को स्वस्थ रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मंत्र दिए। उन्होंने कम तेल और कम नमक वाले भोजन के साथ-साथ हरी सब्ज़ियां और फलों से युक्त संतुलित आहार को अपनाने पर जोर दिया।
नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन पर विशेष जोर
डॉ. लोकेश कुमार गुप्ता ने हृदय को मज़बूत बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि तेज़ चाल से चलना, योग, और हल्के खेल जैसी शारीरिक गतिविधियाँ हृदय की कार्यक्षमता को काफी हद तक बेहतर बनाती हैं। इसके अलावा, उन्होंने हृदय के लिए सबसे घातक माने जाने वाले अनावश्यक तनाव और मानसिक दबाव के प्रबंधन पर विशेष प्रकाश डाला। उन्होंने सुझाव दिया कि तनाव को कम करने के लिए ध्यान (Meditation), प्रार्थना और परिवार के साथ पर्याप्त समय बिताना बेहद आवश्यक है।
बुरी आदतों से दूर रहने की अपील
डॉ. गुप्ता ने अपने संबोधन में धूम्रपान और मद्यपान जैसी बुरी आदतों से दूर रहने की अपील की, क्योंकि ये आदतें हृदय रोगों के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं। उन्होंने उपस्थित सभी अस्पताल स्टाफ, मरीज़ों और उनके साथियों से यह संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया कि वे न केवल अपने हृदय को स्वस्थ रखेंगे, बल्कि इस महत्वपूर्ण जानकारी से अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करेंगे। इस अवसर पर अस्पताल की नर्सिंग अधीक्षक, समस्त विभागाध्यक्ष, डॉक्टर्स, स्टाफ और मरीज़ बन्धु एवं उनके साथी उपस्थित रहे।