गोरखपुर में NEET छात्र दीपक गुप्ता की निर्मम हत्या के आरोपी पशु तस्कर को पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है। कुशीनगर में हुई मुठभेड़ में तस्कर रहीम के पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है। जानें इस सनसनीखेज वारदात का पूरा घटनाक्रम।
गोरखपुर: गोरखपुर में NEET छात्र की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बुधवार को एक मुठभेड़ में मुख्य आरोपी पशु तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। कुशीनगर के रामकोला रोड पर हुए इस एनकाउंटर में पुलिस की गोली लगने से तस्कर रहीम घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस ऑपरेशन में पुलिस ने उसके दो अन्य साथियों को भी दबोच लिया है। वारदात के दो अन्य तस्करों की तलाश अभी भी जारी है।
एनकाउंटर में पुलिस ने तस्कर को दबोचा
गोरखपुर के एसएसपी राजकरण नय्यर ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 2 बजे पिपराइच और कुशीनगर पुलिस की संयुक्त टीम को सूचना मिली कि पशु तस्कर रहीम अपने साथियों के साथ एक बाइक से रामकोला रोड से गुजरने वाला है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें एक तस्कर रहीम के दोनों पैरों में गोली लगी और वह घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसे कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मौके से उसके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस तरह अब तक कुल चार तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अन्य आरोपी अजब हुसैन को 15 सितंबर की रात ही ग्रामीणों ने पकड़ लिया था, जो अभी अस्पताल में भर्ती है।
क्या था पूरा मामला
यह घटना 15 सितंबर की रात 11.30 बजे की है। करीब 10-12 पशु तस्कर दो पिकअप गाड़ियों से पिपराइच के मऊआचापी गांव में घुस आए थे। उनका इरादा फर्नीचर की एक दुकान का ताला तोड़कर चोरी करने का था। दुकान के ऊपर ट्रैवल ऑफिस में सो रहे दुर्गेश के भांजे ने जब शोर-शराबा सुना तो उसने तुरंत अपने मामा के बेटे दीपक गुप्ता को कॉल किया। नीट की तैयारी कर रहा दीपक शोर सुनकर तुरंत अपनी स्कूटी से मौके पर पहुंचा और उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। उसकी आवाज सुनकर 10-15 गांव वाले भी वहां पहुंच गए।
ग्रामीणों को आता देख तस्करों ने भागने की कोशिश की। इसी दौरान उनका गांव वालों से आमना-सामना हो गया और तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के बीच तस्करों ने दीपक को गाड़ी में खींच लिया और वहां से फरार हो गए। वहीं, गांव वालों ने एक तस्कर को पकड़कर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और उसकी गाड़ी में आग लगा दी।
पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जब पकड़े गए तस्कर को भीड़ से छुड़ाने की कोशिश की तो गांव वालों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच थाना प्रभारी घायल हो गए। जैसे-तैसे पुलिस ने तस्कर को भीड़ से छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया।
छात्र की निर्मम हत्या
तस्करों की तलाश में जुटी पुलिस को करीब 4 किलोमीटर दूर दीपक का शव मिला। उसकी पीट-पीटकर हत्या की गई थी और सिर कुचला हुआ था। 16 सितंबर की सुबह जब इस घटना की खबर फैली तो गुस्साए ग्रामीणों ने गोरखपुर-पिपराइच रोड पर जाम लगा दिया और पुलिस पर पथराव किया।
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चार पुलिसकर्मी निलंबित, सीएम ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
छात्र की हत्या के बाद तनाव को देखते हुए घटना के करीब 23 घंटे बाद एसएसपी राजकरण नय्यर ने जंगल धूषण चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। पूरे मामले की विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश भी गोरखपुर पहुंचे। एसटीएफ को भी तस्करों की गिरफ्तारी में लगाया गया।
घटनाक्रम
- 15 सितंबर, रात 11.30 बजे: 10-12 पशु तस्करों ने पिपराइच के मऊआचापी गांव में घुसकर चोरी की कोशिश की।
- 16 सितंबर, सुबह 7 बजे: छात्र का खून से लथपथ शव मिला। ग्रामीणों ने गोरखपुर-पिपराइच रोड जाम किया।
- 16 सितंबर, शाम: मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीआईजी और एसएसपी ने घटनास्थल का दौरा किया।
- 16 सितंबर, रात: 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर भी गोरखपुर पहुंचे।
- 17 सितंबर, दोपहर 2 बजे: पुलिस एनकाउंटर में मुख्य आरोपी तस्कर रहीम गिरफ्तार, 2 अन्य साथी भी पकड़े गए।