गोरखपुर में मर्चेंट नेवी इंजीनियर आशुतोष शुक्ला को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। एक एजेंट ने अच्छी नौकरी और सैलरी का वादा कर उनसे पैसे लिए और फर्जी एयर टिकट भेज दिया। गोरखनाथ थाने में केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है।
गोरखपुर: गोरखनाथ क्षेत्र में मर्चेंट नेवी के एक इंजीनियर को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया है। एक एजेंट ने उन्हें नई कंपनी में बेहतर सैलरी का वादा किया और इसके बदले में मोटी रकम वसूल ली। पैसे लेने के बाद एजेंट ने उन्हें फर्जी एयर टिकट भेजा, जिससे इंजीनियर को आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा। पीड़ित की शिकायत पर गोरखनाथ पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया है और बैंक डिटेल के आधार पर आरोपी की तलाश की जा रही है।
गोरखनाथ के ग्रीन सिटी फेज-2 निवासी आशुतोष शुक्ला (35), जो मर्चेंट नेवी में सेकेंड इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं, ने बताया कि उनके दोस्त राजेश्वर मिश्र ने उन्हें एक एजेंट विशाल का नंबर दिया। विशाल ने आशुतोष से कॉल पर बात कर एक कंपनी में खाली जगह होने और वहां अच्छी सैलरी मिलने की जानकारी दी। उसने बताया कि इसके लिए उन्हें शुरुआती प्रक्रिया के तौर पर 1,18,750 रुपये जमा करने होंगे, जो बाद में नौकरी लगने पर वापस कर दिए जाएंगे। विशाल की बातों पर विश्वास करके आशुतोष ने 28 अगस्त को 40 हजार रुपये, 29 अगस्त को 40 हजार रुपये और 30 अगस्त को 38,750 रुपये फोन पे और बैंक खाते के माध्यम से विशाल को भेज दिए।
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पूरी रकम मिलने के बाद एजेंट विशाल ने आशुतोष की मेल आईडी पर कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट लेटर और एयर टिकट भेज दिया। आशुतोष ने जब 2 सितंबर को एयरलाइन से संपर्क किया, तो उन्हें पता चला कि उनका टिकट फर्जी है। इसके बाद उन्होंने तुरंत एजेंट विशाल से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका फोन बंद मिला। लगातार कोशिशों के बाद भी जब विशाल से कोई संपर्क नहीं हो पाया और न ही उसके मैसेज का जवाब मिला, तब आशुतोष को अपने साथ हुई जालसाजी का एहसास हुआ।
जालसाजी का शिकार होने के बाद आशुतोष शुक्ला ने गोरखनाथ थाने में विशाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब आरोपी एजेंट के मोबाइल नंबर और उसके बैंक खाते की डिटेल खंगाल रही है। पुलिस का मानना है कि बैंक खातों और फोन नंबर की मदद से आरोपी तक पहुंचना आसान होगा और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सकेगा।
धोखाधड़ी की टाइमलाइन
पीड़ित: आशुतोष शुक्ला, मर्चेंट नेवी इंजीनियर
आरोपी: एजेंट विशाल
ठगी की गई रकम: ₹1,18,750
28 अगस्त: आशुतोष ने फोन पे से ₹40,000 भेजे।
29 अगस्त: आशुतोष ने फिर ₹40,000 भेजे।
30 अगस्त: आशुतोष ने बैंक खाते में ₹38,750 भेजे।
1 सितंबर: एजेंट ने फर्जी कॉन्ट्रैक्ट लेटर और एयर टिकट भेजा।
2 सितंबर: पीड़ित को एयरलाइन से टिकट के फर्जी होने का पता चला।
3 सितंबर: गोरखनाथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।