मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में विकास परियोजनाओं की समीक्षा की, जिसमें अनुपस्थित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं और उनके त्वरित समाधान का निर्देश दिया।
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर दौरे के दौरान विकास कार्यों और जनता की समस्याओं के निवारण पर सीधा और सख्त रुख अपनाया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि विकास परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बैठक से अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों पर भी तत्काल कार्रवाई की गई।
विकास परियोजनाओं की समीक्षा और जवाबदेही
एनेक्सी भवन में हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी विकास परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर परियोजना के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए जो कार्य की नियमित निगरानी करे। सीएम ने सख्त चेतावनी दी कि यदि ठेकेदार की लापरवाही या गुणवत्ता में कमी पाई गई तो संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने पीएसी महिला बटालियन, खजांची बाजार, पादरी बाजार, बरगदवा, गोरखनाथ, पैडलेगंज-नौसढ़ फ्लाईओवर, और भोपा बाजार ओवरब्रिज जैसी प्रमुख परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया।
अनुपस्थित अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक से नदारद रहने वाले पांच अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की गई। मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने इन अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने और विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजने का आदेश दिया। अनुपस्थित अधिकारियों में सीएंडडीएस की तीन यूनिट के परियोजना प्रबंधक, यूपीआरएनएसएस-प्रथम के अधिशासी अभियंता और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य शामिल थे।
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जनता दर्शन में सुनीं समस्याएं
गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में सीएम योगी ने लगभग 200 लोगों की शिकायतें सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जन समस्याओं का निस्तारण संवेदनशीलता और तत्परता से किया जाए, और इसमें किसी भी तरह की हीलाहवाली न हो। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
अवैध कब्जेदारों पर सख्ती और स्वास्थ्य सहायता
सीएम ने अवैध कब्जा करने वालों और कमजोरों को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक मदद मांगने वाले लोगों को सरकार की ओर से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
पर्यावरण पर विशेष ध्यान
विकास कार्यों के दौरान पर्यावरण का ध्यान रखने पर भी जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अगर किसी भी परियोजना के लिए पेड़ काटने की जरूरत पड़ती है, तो उसके बदले में नए पौधे लगाना और उनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाना सुनिश्चित किया जाए।