गोरखपुर के विकास भवन में सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी के औचक निरीक्षण में 12 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिनका एक दिन का वेतन रोका गया। आईजीआरएस और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर विभागाध्यक्षों से स्पष्टीकरण मांगा गया।
गोरखपुर: मुख्य विकास अधिकारी (CDO) शाश्वत त्रिपुरारी ने शुक्रवार सुबह विकास भवन स्थित कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, जिससे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इस निरीक्षण में 12 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, सभी अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
आईजीआरएस और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतों का हाल बेहाल
निरीक्षण के दौरान, सीडीओ ने आईजीआरएस (IGRS) पोर्टल और मुख्यमंत्री पोर्टल पर लंबित शिकायतों के निस्तारण की भी गहन जांच की। इस जांच में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। सीडीओ ने पाया कि कई अधिकारी शिकायतों का उचित निस्तारण किए बिना ही ‘क्लोज रिपोर्ट’ लगाकर या उन्हें शासन को स्थानांतरित कर नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। मुख्यमंत्री पोर्टल की शिकायतों का भी यही हाल था, जहां शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था।
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कई विभागाध्यक्षों से मांगा स्पष्टीकरण
शिकायतों के निस्तारण में पाई गई इस घोर लापरवाही को देखते हुए, सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी ने कई विभागों के विभागाध्यक्षों से स्पष्टीकरण तलब किया है। यह कार्रवाई पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सीडीओ ने स्पष्ट कर दिया है कि जन शिकायतों के प्रति लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस औचक निरीक्षण से सरकारी कार्यालयों में अनुशासन और कार्य संस्कृति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
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