गोरखपुर में 1200 जोड़ों का सामूहिक विवाह, सीएम योगी ने नवयुगल को दिया आशीर्वाद

बाल विवाह, बहुविवाह और दहेज प्रथा की कुरीतियों पर प्रहार है सामूहिक विवाह योजना : मुख्यमंत्री
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जब अच्छी सरकार होती है, तो वह विकास और गरीब कल्याण के कार्यक्रमों को तेजी से आगे बढ़ाकर समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश और प्रदेश में बीते कई वर्षों से यही सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। सीएम योगी आज हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (खाद कारखाना) के परिसर में आयोजित 1200 जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे।
सामूहिक विवाह योजना में ₹1 लाख का प्रावधान, गरीब अभिभावकों को राहत
योगी सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में प्रति जोड़े पर होने वाले खर्च को ₹51 हजार से बढ़ाकर ₹1 लाख कर दिया है, और बढ़ी हुई धनराशि के साथ यह आज पहला आयोजन था। मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तविक सरकार वही है, जो जनता के घर जाकर उनकी समस्याओं का समाधान कर सके। उन्होंने इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की अगली कड़ी बताया। यह योजना बाल विवाह, बहुविवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों पर भी एक करारा प्रहार है।
अंतिम पायदान के व्यक्ति का सशक्तिकरण सरकार का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि आज सरकार की मंशा हर एक नागरिक के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की है। भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनाने के लिए समाज के अंतिम पायदान पर बैठे प्रत्येक व्यक्ति को मजबूत करना जरूरी है। इसी उद्देश्य से मातृ वंदना योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना और आयुष्मान योजना जैसे कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना भी इसी प्रगतिशील सोच का प्रतीक है।
सीएम योगी ने ‘बेटी को बचाना है तो उसे पढ़ाना और सशक्त बनाना होगा’ पर बल दिया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत प्रदेश की लगभग 24 लाख बालिकाओं को जन्म से लेकर स्नातक तक की शिक्षा के लिए ₹25 हजार की धनराशि दी जा रही है। यह धनराशि किस्तों में बेटी के जीवन के विभिन्न पड़ावों पर उसके खाते में सीधे जमा की जाती है, जिससे गरीब परिवारों की बेटियों को शिक्षा और सुरक्षा का संबल मिल रहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्या सुमंगला योजना में शिक्षा की व्यवस्था के बाद अब मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकार गरीब कन्याओं के विवाह की जिम्मेदारी भी उठा रही है। इससे गरीब अभिभावकों को बेटी की शादी की चिंता करने की आवश्यकता नहीं रह गई है। उन्होंने यह भी बताया कि 2017 से पहले अनुसूचित जाति-जनजाति की कन्याओं को समाज कल्याण विभाग द्वारा केवल ₹20 हजार दिए जाते थे, जो पर्याप्त नहीं थे और सभी को नहीं मिलते थे। अब यह राशि बढ़ाकर ₹1 लाख कर दी गई है, जिसमें ₹60 हजार सीधे बेटी के खाते में जमा होंगे और शेष गृहस्थी के सामान, जेवर व अन्य व्यवस्थाओं पर व्यय किए जाएंगे।
हर गरीब को मिल रहा योजनाओं का लाभ, यूपी में 6 करोड़ गरीबी से उबरे
मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में आज हर गरीब को शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। देश में 4 करोड़ गरीबों को आवास, 10 करोड़ को उज्ज्वला योजना, 12 करोड़ को शौचालय, 45 करोड़ को जनधन खाते और 50 करोड़ को आयुष्मान योजना का लाभ मिला है। पिछले 5 वर्षों से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन भी दिया जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार के प्रयासों से भारत में पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से उबरे हैं, और उत्तर प्रदेश में भी 6 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने में मदद मिली है।
ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी विवाद खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना लागू की गई है, जिसके तहत यूपी में 1 करोड़ 6 लाख परिवारों को उनके घर के मालिकाना हक पत्र दिए गए हैं। स्ट्रीट वेंडर्स को भी अब शोषण से मुक्ति मिली है और उन्हें व्यवसाय के लिए ऋण दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना भी शुरू की है, जिसके तहत 18 से 40 वर्ष के युवाओं को बिना गारंटी के ₹5 लाख का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने नवयुगलों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार हर परिवार को सशक्त बनाने के लिए विकास प्रक्रिया को निरंतर आगे बढ़ाती रहेगी। उन्होंने समाज से जाति भेद, अस्पृश्यता, बाल विवाह और दहेज जैसी कुरीतियों को खत्म करने का आह्वान किया। सीएम ने बताया कि वे इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लखनऊ के अपने सभी कार्यक्रम छोड़कर यहाँ मौजूद हैं, क्योंकि यह कार्यक्रम सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति दिलाने का माध्यम है।
समारोह में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के 1200 जोड़ों ने विवाह के पावन बंधन में प्रवेश किया। मुख्यमंत्री ने मंच से 11 नवयुगलों को उपहार-शगुन किट भेंट की और सभी नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह और महेंद्रपाल सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
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