गोरखपुर: हृदय रोगियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। जिला अस्पताल, गोरखपुर में पांच वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अब जल्द ही टीएमटी (ट्रेडमिल टेस्ट) जांच की सुविधा फिर से शुरू होने वाली है। शासन ने इसके लिए 12 लाख रुपये की लागत से एक नई टीएमटी मशीन खरीद ली है, जो शीघ्र ही अस्पताल को प्राप्त हो जाएगी।
आजकल की अनियमित जीवनशैली, गलत खानपान और शारीरिक श्रम की कमी के चलते हृदय रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। जिला अस्पताल के हृदय रोग ओपीडी में प्रतिदिन औसतन 40 से 50 मरीज अपनी समस्याओं को लेकर आ रहे हैं, जिनमें से अधिकांश गरीब और जरूरतमंद तबके से हैं।
टीएमटी जांच हृदय रोग की पहचान के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यह परीक्षण मरीज के व्यायाम या तनाव की स्थिति में हृदय की धड़कनों की गति, रक्तचाप और हृदय की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी की निगरानी करता है। खासकर, यह हृदय की ब्लॉकेज या कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) जैसी गंभीर हृदय संबंधी समस्याओं का पता लगाने में सहायक होता है।
जिला अस्पताल में लगभग पांच वर्ष पूर्व स्थापित टीएमटी मशीन खराब हो गई थी और बार-बार मरम्मत कराने के बावजूद भी उसे ठीक नहीं किया जा सका। इसके कारण, मरीजों को मजबूरन निजी जांच केंद्रों पर जाकर 1,500 रुपये तक खर्च करने पड़ रहे थे। जिला अस्पताल में यह महत्वपूर्ण जांच अब मात्र 300 रुपये में उपलब्ध होगी, जिससे गरीब मरीजों को काफी आर्थिक सहायता मिलेगी।
जिला अस्पताल के एसआईसी (अधीक्षक प्रभारी) डॉ. संजय कुमार ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि शासन द्वारा नई टीएमटी मशीन की खरीद प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। मशीन के अस्पताल में पहुंचते ही इसे स्थापित कर तत्काल जांच सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। इससे हृदय रोगियों को समय पर और किफायती दर पर महत्वपूर्ण जांच सुविधा मिल सकेगी।