Gorakhpur: असुरन-पिपराइच रोड चौड़ीकरण योजना के तहत नगर निगम की 150 दुकानों पर बुलडोजर चलने का खतरा मंडरा रहा है. इस आशंका से दुकानदारों में दहशत का माहौल है. वर्षों से अपनी दुकानें चला रहे ये व्यापारी अब असमंजस में हैं और उन्हें कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है.
गुरुवार को असुरन उद्योग व्यापार एसोसिएशन की जेएस पैलेस, धर्मपुर में एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में समस्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष नितिन कुमार जायसवाल ने कहा कि जब पूर्व में असुरन चौक के चौड़ीकरण के दौरान दुकानों को तोड़ा गया था, तब उन्होंने नगर आयुक्त और प्रशासन से वैकल्पिक दुकानों की व्यवस्था करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि वे एक बार फिर पीड़ित व्यापारियों के साथ मिलकर नई दुकानों की मांग उठाएंगे. रोड चौड़ीकरण की इस योजना से नगर निगम के 150 किरायेदारों को डर है कि कभी भी उनकी दुकानें ध्वस्त की जा सकती हैं.
नितिन कुमार जायसवाल ने नगर निगम द्वारा वसूले जा रहे लाइसेंस शुल्क पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि यह शुल्क बहुत पुराना है और जब नगर निगम हाउस टैक्स और कमर्शियल टैक्स ले ही रहा है, तो लाइसेंस शुल्क क्यों लिया जा रहा है? उन्होंने कहा कि व्यापारी पहले से ही जीएसटी और इनकम टैक्स दे रहे हैं, ऐसे में उन पर टैक्स का अतिरिक्त बोझ डालना उचित नहीं है.
बैठक में उन दुकानदारों ने भी अपनी व्यथा साझा की जिनकी दुकानें पहले ही तोड़ी जा चुकी हैं. इसके अलावा, नगर निगम द्वारा शुल्कों और किराए में की जा रही बढ़ोत्तरी पर भी चर्चा हुई. बैठक में उद्योग स्थापना के मुद्दे पर भी विचार-विमर्श किया गया.
बैठक में गोरखपुर उद्योग व्यापार एसोसिएशन के जिला महामंत्री विवेक अग्रवाल, महानगर महामंत्री अश्मित श्रीवास्तव, और मीडिया प्रभारी अमित सिंह पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. असुरन व्यापार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने बैठक की अध्यक्षता की और महामंत्री उपेंद्र शुक्ला ने संचालन किया. अभिराज सिंह, बेद व्यास जायसवाल, रामानन्द विश्वकर्मा, रूपेश श्रीवास्तव, राहुल सोनकर, आनंद पाण्डेय, महेंद्र विशाल आदि भी बैठक में मौजूद रहे.