AIIMS के स्त्री एवं प्रसूति विभाग में जागरूकता सत्र का आयोजन
Gorakhpur: विश्व कैंसर दिवस के मौके पर, AIIMS गोरखपुर के स्त्री एवं प्रसूति विभाग ने एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया, जिसका मकसद महिलाओं को कैंसर की रोकथाम, शुरुआती पहचान और इलाज के बारे में जागरूक करना था. इस साल की थीम “यूनाइटेड बाई यूनिक” को ध्यान में रखते हुए, लगभग 70 महिलाओं ने इस सत्र में हिस्सा लिया.

AIIMS गोरखपुर में स्त्री एवं प्रसूति विभाग की हेड डॉ. शिखा सेठ ने महिलाओं को हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के महत्व के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि रेगुलर एक्सरसाइज, बैलेंस डाइट और स्ट्रेस को कम करके कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.
डॉ. आराधना सिंह ने कैंसर के कारणों और बढ़ते मामलों के बारे में बताते हुए कहा कि सर्वाइकल कैंसर को सही साफ-सफाई, सुरक्षित सेक्स और 9-14 साल की उम्र में वैक्सीनेशन से रोका जा सकता है. उन्होंने पैप स्मियर और एचपीवी डीएनए टेस्ट के जरिए कैंसर की शुरुआती पहचान के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि 30 साल की उम्र के बाद हर 3-5 साल में ये टेस्ट करवाने चाहिए.
डॉ. प्रीति बाला ने ब्रेस्ट कैंसर की पहचान और रोकथाम के तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को पीरियड्स के बाद अपने ब्रेस्ट की खुद जांच करनी चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने एंडोमेट्रियल और सर्वाइकल कैंसर के संभावित लक्षणों, खासकर मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग पर ध्यान देने की सलाह दी.
एक्सपर्ट्स ने बताया कि अगर कैंसर का इलाज समय रहते किया जाए, तो सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी जैसे तरीकों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. महिलाओं को जागरूक करने के लिए डॉ. सौम्या, डॉ. तरन्नुम, डॉ. खुशबू और डॉ. स्नेहा ने अलग-अलग तरह के कैंसर के डायग्नोसिस और रोकथाम के तरीकों पर चर्चा की.
AIIMS गोरखपुर की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मेजर जनरल डॉ. विभा दत्ता ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि कैंसर की रोकथाम और समय पर पहचान से महिलाओं की जान बचाई जा सकती है. उन्होंने सभी को रेगुलर स्क्रीनिंग और पर्सनल केयर पर जोर देने की सलाह दी. इस जागरूकता सत्र का संचालन डॉ. प्रीति प्रियदर्शनी ने किया, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों को कैंसर से बचाव के लिए अलर्ट रहने का मैसेज दिया.
विश्व कैंसर दिवस के मौके पर आयोजित इस प्रोग्राम ने महिलाओं को कैंसर के बारे में जागरूक करने में अहम रोल निभाया. AIIMS गोरखपुर के स्त्री एवं प्रसूति विभाग की इस पहल से यह साफ हो गया कि सही जानकारी और समय पर स्क्रीनिंग से कैंसर को हराया जा सकता है. महिलाओं ने भी इस सेशन से इंस्पायर होकर अपनी हेल्थ के प्रति और ज्यादा सजग रहने का प्रण लिया.