GO GORAKHPUR: गोरखपुर में नया कलेक्ट्रेट भवन बनाने के प्रस्ताव में फिर बदलाव किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 मंजिल के एक टावर के बजाय पांच या छह मंजिल के दो टावर बनाने का निर्देश दिया है. दोनों टावर एक जैसे होंगे और एक-दूसरे से जुड़े रहेंगे. इस पर भी लगभग 350 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आने की संभावना है.
लगभग 100 साल से अधिक पुराने कलेक्ट्रेट भवन के जर्जर होने के कारण उसे ध्वस्त कर दिया गया था. इसके स्थान पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त कलेक्ट्रेट भवन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था. पहले यह भवन तीन से चार मंजिल का बनाया जाना था. नए कलेक्ट्रेट भवन में जिलाधिकारी कार्यालय एवं एसएसपी कार्यालय शिफ्ट करने की तैयारी थी, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री ने जिला स्तरीय सभी विभागों को इसी भवन में शिफ्ट करने का निर्देश दिया.
उस समय नया प्रस्ताव बनाया गया और 13 मंजिल भवन बनाने का निर्णय हुआ. इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाकर शासन को भेजा गया था. 13 मंजिल भवन पर लगभग 356 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया गया था. कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने 13 मंजिल के एक टावर के बजाय पांच या छह मंजिल के दो टावर बनाने का निर्देश दिया.
पीडब्ल्यूडी की ओर से इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. दोनों टावर एक ही स्थान पर बनाए जाएंगे. एक ही जगह सभी जिला स्तरीय कार्यालय होने से लोगों की भीड़ भी रहेगी, जिसे देखते हुए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी.
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने कहा है कि कलेक्ट्रेट में एक ही जगह अब एक तरह के दो टावर बनाए जाएंगे. इसको लेकर तैयारी चल रही है. डीपीआर मंजूर होने के बाद जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. सभी जिला स्तरीय विभागों के कार्यालय इन भवनों में रहेंगे.
ट्विन टावर में कलेक्ट्रेट, एसएसपी कार्यालय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, जिला पूर्ति कार्यालय आदि शिफ्ट होंगे.