Tag: Charcha

गो गोरखपुर बतकही

विकास, मंगरू मास्साब और सुबह की चाय!

बतकही: मंगरू मास्साब बहुत खुश हैं. आज सुबह की चाय पर जब बहुत कुरेदा तो पता चला कि उनकी खुशी की जड़ में "विकास" बैठा हुआ है. यह वही विकास…