Sunil pal recounts the kidnapping : सुनील पाल एक बहुमुखी मनोरंजनकर्ता हैं जो एक स्टैंड-अप कॉमेडियन, अभिनेता, निर्देशक और निर्माता के रूप में अपने काम के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है और कई फिल्मों में काम किया है, जिनमें “बॉम्बे टू गोवा”, “भावनाओं को समझो”, “मनी बैक गारंटी”, “किक”, और “क्रेजी4” शामिल हैं. सुनील पाल का जन्म और पढ़ाई-लिखाई महाराष्ट्र में हुई है. उनके पिता भारतीय रेलवे में कार्यरत थे.
2 दिसंबर को दिल्ली से हरिद्वार जाते समय मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल (48) का अपहरण कर लिया गया था. अपहरण के इस मामले के तार मेरठ से जुड़े थे. जांच में यह बात सामने आई थी कि सुनील पाल का अपहरण करने वालों ने मेरठ में उनके नाम से ज्वेलरी खरीदी थी और उनसे ऑनलाइन रकम भी ट्रांसफर कराई थी. हैरानी की बात यह थी कि इतना सब होने के बाद भी इसकी भनक किसी को नहीं लगी थी.
अपहरणकर्ताओं ने कॉमेडियन सुनील पाल को आंखों पर पट्टी बांधकर एक घर में 24 घंटे बंधक बनाकर रखा. उनसे लगभग 8 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कराए. इस रकम से अपहरर्ताओं ने आभूषण खरीदे थे. रकम वसूलने के बाद सुनील पाल को छोड़ दिया था.
कॉमेडियन सुनील पाल ने 12 दिसंबर को मुंबई के सांताक्रूज थाने में अपने अपहरण की भयावह घटना के बारे में पुलिस को बताया. 2 दिसंबर को हुए इस अपहरण के दौरान उन्होंने जो 22 घंटे बिताए, उन्हें उन्होंने अपनी जिंदगी के सबसे डरावने पल बताया.
अपहरणकर्ताओं ने उन्हें बिस्तर पर लिटा दिया और उनके मोबाइल से उनकी निजी जानकारी हासिल कर ली. इसके बाद, उन्होंने सुनील को डराना-धमकाना शुरू कर दिया, उन्हें जहर का इंजेक्शन लगाने और टॉर्चर करने की धमकी दी. सुनील इतने डर गए कि उन्होंने अपहरणकर्ताओं की हर बात मानी.
सुनील ने बताया कि वह हमेशा लोगों को हंसाते और डर से न घबराने की सलाह देते रहे हैं, लेकिन इस घटना ने उन्हें पूरी तरह से डरा दिया. उन्होंने कहा कि वह हर पल वहां से भागने के बारे में सोच रहे थे और सही-सलामत अपने परिवार के पास पहुंचने की उम्मीद कर रहे थे.