Last Updated on September 25, 2025 4:05 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो
सीतापुर: जिले में बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश सिंह और महमूदाबाद क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नदवा विशेश्वरगंज के हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा के बीच 23 सितंबर को हुई मारपीट के बाद मामला गरमा गया है। मारपीट के बाद हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा पर केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया था। अब इस विवाद से जुड़ा एक सनसनीखेज ऑडियो सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर बीएसए अखिलेश सिंह हेडमास्टर पर एक महिला टीचर की बिना स्कूल आए फर्जी हाजिरी लगाने का दबाव बना रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस सांसद राकेश राठौर ने मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच और बीएसए कार्यालय के अन्य सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की है, क्योंकि सांसद का आरोप है कि हेडमास्टर को भी बुरी तरह पीटा गया था। हेडमास्टर की पत्नी ने भी सीएम योगी से पति को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
वायरल ऑडियो में ‘फर्जी हाजिरी’ का दबाव
हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा को जेल भेजे जाने के बाद, अब बीएसए अखिलेश सिंह और उनके बीच हुई बातचीत का एक ऑडियो सामने आया है। इस ऑडियो में बीएसए कथित रूप से हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा से कहते हैं कि वह एक सहायक अध्यापिका की हाजिरी लगा दें, जबकि हेडमास्टर इस पर आपत्ति जताते हैं।
ऑडियो के मुख्य अंश:
- बीएसए: “आपको जो कह रहे हैं वो करिए। गांव की चिंता आप मत करिए। गांव से शिकायत आएगी तो हम देखेंगे।”
- हेडमास्टर: “लोग पूछते हैं मैडम क्यों नहीं आ रहीं हैं? उनकी गाड़ी प्रधान के घर के सामने से निकलती है।”
- बीएसए: “कह दीजिए मैडम मेडिकल लीव पर हैं! … जब मैं बता रहा हूं तो आप मैनेज नहीं कर रहे हो।”
- हेडमास्टर: “सर, हफ्ते में एक दिन मैनेज कर लूंगा। ये डेली वाला तो अभी बहुत लंबा टाइम है।”
ऑडियो के अंत में, बीएसए हेडमास्टर पर सख्त होते हुए प्राथमिक विद्यालय नदवा के सभी शिक्षकों के लिए अगले एक साल तक सुबह पौने 8 बजे ‘सेल्फी’ भेजने का आदेश देते हैं और एक मिनट की भी देरी होने पर सस्पेंड करने की धमकी देते हैं।
सांसद राकेश राठौर का आरोप: हेडमास्टर की भी हुई मारपीट, फुटेज छिपाए गए
सीतापुर से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर ने इस घटना को निंदनीय बताया, लेकिन साथ ही घटना के पीछे के कारणों को जानने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि बीएसए एक शिक्षिका की फर्जी हाजिरी लगाने का दबाव बना रहे थे।
सांसद के मुख्य आरोप:
- फर्जी हाजिरी लगाने का दबाव बनाना एक अपराध है।
- कार्यालय में केवल एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जबकि कई जगहों पर कैमरे लगे हैं।
- शिक्षक बृजेंद्र वर्मा को भी बुरी तरह पीटा गया है, जिसके फुटेज सामने आने चाहिए।
- बीएसए कार्यालय में मनमानी चल रही है, जहां कुछ पसंदीदा शिक्षकों को सालों से स्कूल न आने की छूट है।
सांसद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखित रूप से मांग करने की बात कही है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए, सारे सीसीटीवी फुटेज चेक किए जाएं और शिक्षक के आरोपों की भी सत्यता जांची जाए।
हेडमास्टर की पत्नी ने सीएम से लगाई न्याय की गुहार
हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा की पत्नी ने भी मुख्यमंत्री से न्याय की अपील की है। उन्होंने बीएसए अखिलेश सिंह पर पिछले 3 महीने से पति को परेशान करने का गंभीर आरोप लगाया है।
- आरोप: विद्यालय की सहायक अध्यापिका अवंतिका गुप्ता लगातार स्कूल नहीं आ रही थीं। बृजेंद्र ने शिकायत की तो बीएसए ने उन्हें ही मुख्यालय से अटैच कर दिया।
- प्रताड़ना: बृजेंद्र की पत्नी के अनुसार, बीएसए फर्जी तरीके से IGRS पर शिकायतें और RTI कराकर टॉर्चर कर रहे थे।
- मारपीट: पत्नी ने बताया कि वेतन रोकने की धमकी देकर बीएसए ने उनके पति को कार्यालय बुलाया, जहाँ उनसे अभद्रता की गई और कुछ लोगों ने पीटा। इसके बाद पति ने बचाव में हाथापाई की, लेकिन उन्हें भी बहुत मारा गया। पुलिस ने उनके पति को फर्जी तरीके से फंसाकर गिरफ्तार कर लिया है।
महिला टीचर से विवाद बना झगड़े का कारण
पुलिस हिरासत में आरोपी हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा ने खुद पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए बताया कि स्कूल की एक महिला टीचर को लेकर उनका विवाद चल रहा था, जिसके चलते बीएसए उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे। 23 सितंबर को महिला टीचर की शिकायतों पर स्पष्टीकरण देने के दौरान ही बीएसए कार्यालय में यह विवाद हुआ। कहासुनी इतनी बढ़ गई कि हेडमास्टर बृजेंद्र ने कमर से बेल्ट निकालकर बीएसए पर हमला कर दिया, जिसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बृजेंद्र को हिरासत में लिया और बीएसए के मेडिकल के बाद हेडमास्टर के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।
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हेडमास्टर के समर्थन में आए बच्चे और ग्रामीण
विवाद के बाद 24 सितंबर को प्राथमिक विद्यालय नदवा विशेश्वरगंज में ताला लटक गया और कक्षाएं बाधित रहीं। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं स्कूल गेट पर डटे रहे और प्रधानाध्यापक की वापसी की मांग करते रहे। बच्चों ने साफ कहा कि वे गुरुजी की वापसी तक स्कूल नहीं छोड़ेंगे।
वहीं, ग्रामीणों ने हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा का समर्थन करते हुए उनके कार्यकाल में विद्यालय की पढ़ाई और व्यवस्थाओं में सुधार होने की बात कही। ग्रामीणों ने सहायक अध्यापिका अवंतिका गुप्ता पर महीनों अनुपस्थित रहने और मनमानी छुट्टियां लेने के गंभीर आरोप लगाए, जिसके चलते ही यह विवाद शुरू हुआ था।