सैनिक स्कूल गोरखपुर के प्रधानाचार्य पर एक शिक्षिका ने गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला शासन तक पहुंचा, जिसके बाद विशेष सचिव की अगुवाई में जांच टीम ने स्कूल में पहुंचकर कैमरे के सामने बयान दर्ज किए। पढ़ें क्या है पूरा मामला।
गोरखपुर: गोरखपुर के सैनिक स्कूल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। स्कूल के प्रधानाचार्य पर एक शिक्षिका ने गंभीर आरोप लगाए हैं। स्थानीय स्तर पर न्याय न मिलने से परेशान होकर शिक्षिका ने सीधे लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबी देवी से मिलकर लिखित शिकायत दर्ज कराई। इस हाई-प्रोफाइल मामले के सामने आने के बाद अब शासन स्तर से जांच शुरू हो गई है। अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर विशेष सचिव की अगुवाई में चार सदस्यों की टीम सोमवार को स्कूल पहुंची और मामले की गहनता से पड़ताल शुरू कर दी है।
कैमरे के सामने दर्ज हुए बयान, आरोप साबित होने पर कार्रवाई तय
शिकायत मिलने के बाद, विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा कृष्ण कुमार गुप्ता की अगुवाई में जांच टीम, जिसमें लखनऊ सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य कर्नल राजेश राघव और एक महिला एसडीएम शामिल हैं, सोमवार सुबह गोरखपुर के सैनिक स्कूल पहुंची। टीम ने शिकायतकर्ता शिक्षिका, प्रधानाचार्य और अन्य संबंधित लोगों के बयान कैमरे के सामने दर्ज किए। सूत्रों के अनुसार, ऐसा इसलिए किया गया ताकि बाद में कोई अपना बयान न बदल सके। यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो दोषी पर सख्त कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।
Read ….MMMUT दीक्षांत: ISRO चीफ के हाथों 21 मेधावियों को 45 स्वर्ण पदक, पावरग्रिड करेगा 14 करोड़ का निवेश
शासन के दखल से बढ़ा जांच का दायरा
शिकायतकर्ता ने बताया कि स्थानीय स्तर पर कोई कार्रवाई न होने के कारण उन्होंने लखनऊ जाकर सीधे शिक्षा मंत्री से मुलाकात की। मंत्री के संज्ञान में आते ही इस मामले को गंभीरता से लिया गया। अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने 24 अगस्त को तुरंत जांच का आदेश जारी किया। शासन के सीधे दखल से अब यह जांच पूरे पूर्वांचल के लिए महत्वपूर्ण बन गई है, क्योंकि यह क्षेत्र का पहला सैनिक स्कूल है। जांच टीम ने सोमवार की शाम तक पूछताछ जारी रखी और उम्मीद है कि जांच का दायरा अगले कुछ दिनों तक बढ़ सकता है।
हर कोई है चुप्पी साधे, जांच पर टिकी हैं निगाहें
यह मामला इतना संवेदनशील है कि स्कूल परिसर या बाहर, कोई भी इस पर खुलकर बात करने को तैयार नहीं है। मामला सीधे शासन से जुड़ा होने के कारण लोग कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं। हालांकि, जिस तरह से शासन ने तुरंत जांच टीम भेजकर कार्रवाई की है, उससे यह साफ है कि मामले की गंभीरता को समझा जा रहा है। अब सबकी निगाहें जांच टीम की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे सच्चाई सामने आ सके। बताया गया है कि 6 अगस्त को की गई लिखित शिकायत में शिक्षक ने प्रधानाचार्य के खिलाफ शिक्षक की बेटी (विद्यालय की कैडेट भी है) पर आपत्तिजनक एवं अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया था।