Last Updated on September 26, 2025 12:16 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो
गोरखपुर: सहजनवा के डुमरी निवास (तिवरान) गांव में शुक्रवार को एक बड़ा और दुखद बिजली हादसा हो गया। घर के लिए बिजली का ढीला तार कसने पहुंचे चाचा-भतीजा करंट की चपेट में आ गए, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान 32 वर्षीय चंद्रेश कुमार और उनके चाचा 60 वर्षीय राम बेलास के रूप में हुई है। इस दर्दनाक हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने मृतकों के शवों को ठर्रापार के पास सहजनवा–घघसरा मार्ग पर रखकर जाम कर दिया। आक्रोशित लोग विद्युत विभाग की घोर लापरवाही को मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए, दोषी अधिकारियों, विशेषकर एसडीओ और जेई, पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस और स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने-बुझाने में जुटे हैं।
बिजली काटी गई, शिकायत हुई पर नहीं हुई सुनवाई
मृतक चंद्रेश कुमार ने अपने घर के लिए वैध बिजली कनेक्शन लिया था। हालांकि, पड़ोसियों के साथ विवाद होने के कारण उनके कनेक्शन को पोल से काट दिया गया था। चंद्रेश ने कई बार उपकेंद्र जाकर जेई से मिलकर कनेक्शन जोड़ने की गुहार लगाई और शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों ने उनकी शिकायत को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया और कनेक्शन बहाल नहीं किया। ग्रामीणों का आरोप है कि यदि जिम्मेदार अधिकारियों ने समय रहते शिकायत पर ध्यान दिया होता, तो आज ये दो जानें बचाई जा सकती थीं।
400 मीटर दूर ट्रांसफार्मर से अस्थायी कनेक्शन बना मौत का कारण
विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन न जोड़ने के कारण चंद्रेश मजबूरन लगभग 400 मीटर दूर स्थित ट्रांसफार्मर से बांस और लोहे के पोल के सहारे केबल खींचकर अपने घर में बिजली चला रहे थे। शुक्रवार की सुबह यह अस्थाई तौर पर खींचा गया बिजली का तार ढीला होकर गांव के पोखरे के पास झूल रहा था। पास के एक मछली पालक ने जब तार झूलने की जानकारी दी, तो चंद्रेश अपने चाचा राम बेलास के साथ उसे कसने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
लोहे का पोल छूते ही चपेट में आए, इलाज के दौरान मौत
तार कसने के दौरान, जैसे ही चाचा-भतीजा ने सहारे के लिए लगाए गए लोहे के पोल को छुआ, वे हाईटेंशन करंट की चपेट में आ गए। करंट लगने से दोनों गंभीर रूप से झुलस गए। परिजन और ग्रामीण उन्हें तुरंत इलाज के लिए सीएचसी ठर्रापार ले गए, लेकिन उपचार के दौरान दोनों की दुखद मौत हो गई। इस हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया और ग्रामीण गहरी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।
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आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सहजनवा-घघसरा मार्ग जाम, कार्रवाई की मांग
हादसे की खबर सुनते ही परिजन और ग्रामीण भड़क उठे। उन्होंने मृतकों के शवों को ठर्रापार के पास सहजनवा–घघसरा मार्ग पर रखकर जाम कर दिया। ग्रामीण एकजुट होकर विद्युत विभाग के एसडीओ (SDO) और जेई (JE) पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग करने लगे। सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी दुर्गेश सिंह और नगर पंचायत अध्यक्ष प्रभाकर दुबे मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने-बुझाने की कोशिश की। ग्रामीण बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर अड़े हुए हैं और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
परिवारों में मातम: दो मासूम बच्चे और पत्नी बेसहारा
मृतक राम बेलास की कोई संतान नहीं थी। वह अपनी पत्नी रीता देवी के साथ चंद्रेश के घर में ही रहते थे। वहीं, मृतक चंद्रेश कुमार के परिवार में उनकी पत्नी कुसुम देवी, आठ साल का बेटा दिनेश और पांच साल की मासूम बेटी अनन्या है। घर के दो मुख्य सदस्यों की मौत के बाद दोनों परिवारों में मातम पसरा हुआ है और महिलाएं बार-बार बेहोश हो रही हैं। इस दुखद हादसे ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।
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