वाराणसी

वाराणसी से निकली ‘चक दे इंडिया’ की नई सनसनी, कैनबरा में फॉरवर्ड खेलेगी पूर्णिमा

वाराणसी से निकली 'चक दे इंडिया' की नई सनसनी, कैनबरा में फॉरवर्ड खेलेगी पूर्णिमा
वाराणसी की बिटिया पूर्णिमा यादव का चयन ऑस्ट्रेलिया में होने वाली हॉकी लीग के लिए भारतीय जूनियर महिला टीम में हुआ है। गरीबी और संघर्षों के बावजूद, पूर्णिमा ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। 

वाराणसी: वाराणसी के हरहुआ स्थित चक्का गाँव की निवासी पूर्णिमा यादव का चयन ऑस्ट्रेलियन हॉकी लीग के लिए भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम में हुआ है। उनकी यह उपलब्धि गरीबी और संघर्ष से भरी है, जहाँ उनकी माँ ने कर्ज लेकर उनके लिए हॉकी किट खरीदी थी। पूर्णिमा ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। यह पूर्णिमा यादव के साथ-साथ पूरे वाराणसी के लिए गौरव का क्षण है।

ऑस्ट्रेलिया में जलवा बिखेरेंगी वाराणसी की पूर्णिमा

भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में कुल पाँच मैच खेलेगी। इसमें से पहले तीन मैच ऑस्ट्रेलिया की जूनियर महिला टीम के साथ होंगे, जबकि दो मैच ऑस्ट्रेलिया की हॉकी वन लीग क्लब, कैनबरा चिल, के साथ खेले जाएँगे। इन मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ियों को एफआईएच (FIH) में जगह मिल सकती है। इस दौरे पर पूर्णिमा यादव से काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि वह अपने ड्रैग फ्लिक और गोल करने के कौशल के लिए जानी जाती हैं।

क्रिकेट से हॉकी तक का सफर

पूर्णिमा ने अपने खेल करियर की शुरुआत नौ साल की उम्र में क्रिकेट से की थी। खेल के प्रति उनकी रुचि को देखते हुए उनकी माँ अमरावती ने उन्हें प्रोत्साहित किया। साल 2016 में, उन्होंने क्रिकेट छोड़कर हॉकी खेलना शुरू किया और हरहुआ में स्थित ओलंपियन विवेक सिंह एकेडमी में कोच सतनाम कौर वत्स से प्रशिक्षण लेना शुरू किया। विवेक एकेडमी में अपनी प्रतिभा को निखारने के बाद, उनका चयन स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर के लिए हो गया, जहाँ उन्होंने अपने खेल को और भी बेहतर बनाया।

ड्रैग फ्लिक की माहिर खिलाड़ी हैं पूर्णिमा

पूर्णिमा का चयन भारतीय टीम में बतौर फॉरवर्ड खिलाड़ी के रूप में हुआ है। वह अपनी ड्रैग फ्लिक की माहिर खिलाड़ी मानी जाती हैं, जिससे वह पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में एक्सपर्ट हैं। उनकी कोच सतनाम कौर वत्स के अनुसार, पूर्णिमा के ड्रैग फ्लिक विरोधी टीम के गोलकीपर को मुश्किल में डाल देते हैं। उनके पास खेल के अंतिम समय में गोल करने और विरोधी टीम को चकमा देने की बेहतरीन क्षमता है।

वाराणसी की दूसरी महिला हॉकी खिलाड़ी

भारतीय महिला हॉकी टीम में वाराणसी से पहले गंगापुर की पूजा यादव प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। ओलंपियन राहुल सिंह ने बताया कि पूजा यादव वाराणसी की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हैं और उनके बाद पूर्णिमा यादव का भारतीय महिला हॉकी टीम में चयन हुआ है। इस मौके पर ओलंपियन ललित उपाध्याय ने भी पूर्णिमा को बधाई दी। यह उपलब्धि वाराणसी में महिला हॉकी के भविष्य के लिए एक नई उम्मीद जगाती है।

हमारे वॉट्सऐप चैनल को फॉलो करें

फॉलो करें
शालिनी सहाय

शालिनी सहाय

About Author

शालिनी सहाय ने एमए और बीएड की शिक्षा गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त की है. इसके अलावा उन्होंने एलएलबी की भी डिग्री प्राप्त की है. कई प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में उनकी कहानियां और आलेख प्रकाशित होते रहे हैं. उन्होंने 'विधि' विषय से जुड़े विभिन्न सेमिनारों में प्रतिभाग किया है. वर्तमान में वह एक एडवोकेट हैं. लेखन कार्य, चित्रकला, संगीत सुनना, किताबें पढ़ना, बागबानी करना इत्यादि उनकी प्रमुख हॉबी हैं.

नया एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल का लक, डेवलपमेंट का लिंक महाकुंभ 2025: कुछ अनजाने तथ्य… महाकुंभ 2025: कहानी कुंभ मेले की…
नया एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल का लक, डेवलपमेंट का लिंक