पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने तीन कर्मचारियों को 'मैन ऑफ द मंथ' का पुरस्कार दिया। जानें कैसे अजीत कुमार, सुशील कुमार और विजय सिंह ने अपनी सतर्कता से बड़ी रेल दुर्घटनाओं को टाला।
गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सुश्री सौम्या माथुर ने मंगलवार को महाप्रबंधक सभाकक्ष में आयोजित एक समारोह में रेलवे संरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन कर्मचारियों को ‘मैन ऑफ द मंथ’ पुरस्कार से सम्मानित किया। इन कर्मचारियों को नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर उनके सराहनीय योगदान की सराहना की गई।
पुरस्कृत होने वाले कर्मचारियों में लखनऊ मंडल के जगतबेला स्टेशन पर कार्यरत कांटावाला अजीत कुमार शामिल हैं। उन्होंने 10 मई, 2025 को एक मालगाड़ी में लटकते हुए एक पार्ट को देखा जो पटरी को छू रहा था। श्री कुमार ने तुरंत इसकी सूचना स्टेशन अधीक्षक को दी, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
इसी तरह, वाराणसी मंडल के सीवान स्टेशन पर ट्रैक मेंटेनर सुशील कुमार को भी सम्मानित किया गया। 11 मई, 2025 को दुरौंधा-पचरूखी खंड के बीच गश्त के दौरान उन्होंने एक मालगाड़ी के पहिए से चिंगारी और धुआं निकलते देखा। उनकी तत्परता से तुरंत स्टेशन मास्टर को सूचित किया गया और एक संभावित दुर्घटना को रोका जा सका।
इज्जतनगर मंडल के कासगंज स्टेशन पर लोको पायलट विजय सिंह ने भी अपनी सतर्कता से बड़ी दुर्घटना होने से बचाई। 13 मई, 2025 को गाड़ी संख्या 15161 को संचालित करते समय उन्होंने पंतनगर-लालकुआं खंड के बीच हाथियों के एक झुंड को ट्रैक पार करते देखा। उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया और हाथियों के झुंड के सुरक्षित गुजरने के बाद ही ट्रेन को आगे बढ़ाया।
महाप्रबंधक ने इन तीनों कर्मचारियों की कर्तव्यनिष्ठा और सतर्कता की सराहना करते हुए कहा कि इनकी सजगता से रेलवे में यात्रियों और माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी है।