MMMUT Gorakhpur: अर्थव्य’25 के तीसरे और अंतिम दिन दो प्रमुख प्रतियोगिताएँ—द हीस्ट और बिजनेस टायकून—आयोजित की गईं, जिन्होंने प्रतिभागियों की तार्किक सोच, रणनीतिक क्षमता और निर्णय लेने के कौशल को परखा। इन प्रतियोगिताओं में 500 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिससे इसकी व्यापकता और सफलता स्पष्ट हो गई।
द हीस्ट: तर्क और पहेलियों की चुनौती
द हीस्ट एक चुनौतीपूर्ण और रोचक प्रतिस्पर्धा थी, जिसमें प्रतिभागियों को अपनी तर्कशक्ति, पासवर्ड डिकोडिंग कौशल और जटिल पहेलियों को हल करने की क्षमता का प्रदर्शन करना था। प्रत्येक दौर में कठिनाई बढ़ती गई, और अंतिम लक्ष्य वॉल्ट को खोलने तक पहुँचना था। यह प्रतियोगिता न केवल मनोरंजक थी, बल्कि प्रतिभागियों की मानसिक क्षमताओं को भी परखने वाली साबित हुई।
बिजनेस टायकून: व्यावसायिक कौशल का परीक्षण
बिजनेस टायकून एक मोनोपॉली-आधारित बिजनेस सिमुलेशन गेम था, जिसमें प्रतिभागियों को संपत्तियों का रणनीतिक क्रय-विक्रय, बुद्धिमत्तापूर्ण निवेश और अपना व्यावसायिक साम्राज्य स्थापित करना था। यह प्रतियोगिता प्रतिभागियों के व्यावसायिक कौशल और निर्णय लेने की क्षमता को परखने के लिए डिज़ाइन की गई थी।
प्रतिष्ठित शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया
कार्यक्रम के अंतिम दिन कई प्रतिष्ठित शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया। शिक्षकों में प्रो. एल.बी. प्रसाद, डॉ. हरीश चंद्र, डॉ. अभिजित मिश्र, डॉ. प्रियंका राय, इं. बिजेंद्र कुमार पुष्कर, डॉ. भारती शुक्ला, डॉ. उग्रसेन, डॉ. सोनिया भट्ट, और डॉ. अंजलि सिंह उपस्थित रहे। छात्रों में गरिमा शर्मा, दिलीप कुमार, सोनू यादव, अमन पटेल, अनुज गुप्ता, श्रद्धा, राहुल गुप्ता, मुस्कान, और विपिन यादव ने प्रमुख भूमिका निभाई।
प्रतिभागियों के लिए सीखने का अवसर
अर्थव्य’25 का यह आयोजन न केवल प्रतिभागियों के लिए एक सीखने का अवसर था, बल्कि यह उनकी रचनात्मकता, तार्किक सोच और व्यावसायिक कौशल को निखारने का एक उत्कृष्ट मंच भी साबित हुआ। इस आयोजन ने छात्रों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।