एमएमएमयूटी गोरखपुर के 5 छात्रों का एआईसीटीई डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए चयन, ₹37,000 प्रतिमाह व अन्य लाभ मिलेंगे। राष्ट्रीय स्तर पर 300 में से 5 छात्र इसी विश्वविद्यालय से।
गोरखपुर: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) के पांच विद्यार्थियों का अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई), नई दिल्ली की प्रतिष्ठित एआईसीटीई डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए चयन हुआ है। यह विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इस वर्ष पूरे देश से मात्र 300 विद्यार्थियों का चयन किया गया है, जिनमें से 5 एमएमएमयूटी से हैं।
किन विद्यार्थियों का हुआ चयन?
जिन विद्यार्थियों का चयन हुआ है, उनमें सिविल इंजीनियरिंग विभाग से आशी द्विवेदी, प्रतीक दुबे, अरविंद पासवान, और अक्षत राय शामिल हैं। वहीं, गणित एवं वैज्ञानिक संगणन विभाग से सुप्रिया सिंह का चयन हुआ है।
फेलोशिप के तहत मिलने वाले लाभ
इस फेलोशिप के लिए चयन होने के बाद, इन सभी छात्रों को एआईसीटीई, नई दिल्ली से पीएचडी अध्ययन के लिए प्रतिमाह ₹37,000 की फेलोशिप मिलेगी। इसके अतिरिक्त, सभी चयनित छात्रों को अन्य आकस्मिक व्यय के लिए प्रति वर्ष ₹15,000, तथा सरकारी दरों के अनुसार अनुमन्य प्रतिमाह आवास किराया भत्ता लगभग ₹6,000 भी मिलेगा। पीएचडी के तीसरे वर्ष में पहुंचने पर मासिक फेलोशिप बढ़कर ₹42,000 हो जाएगी।
कुलपति ने दी बधाई और उच्च गुणवत्ता वाले शोध के लिए प्रेरित किया
फेलोशिप के लिए चयनित पांचों शोध छात्रों ने आज माननीय कुलपति महोदय के कार्यालय में मिलकर उनका आशीर्वाद लिया। माननीय कुलपति ने सभी चयनित विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर की फेलोशिप प्राप्त करने के लिए बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने चयनित विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता का शोध करने को प्रेरित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अनुसंधान और विकास के लिए कटिबद्ध है और उच्च गुणवत्ता के शोध के लिए कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने जोर दिया कि उच्च गुणवत्ता के शोध से विद्यार्थियों, संस्थान, समाज और राष्ट्र, सभी को लाभ मिलेगा।
एआईसीटीई डॉक्टोरल फेलोशिप: तकनीकी शिक्षा में शोध को बढ़ावा देने की योजना
बताते चलें कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, नई दिल्ली द्वारा टेक्निकल ग्रेजुएट्स को पीएचडी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एआईसीटीई डॉक्टोरल फेलोशिप योजना शुरू की गई थी। इस योजना के अंतर्गत पूरे देश से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं और चुनिंदा विद्यार्थियों का ही राष्ट्रीय स्तर पर फेलोशिप हेतु चयन किया जाता है।
इस योजना के तहत फेलोशिप पाने के लिए विद्यार्थियों को एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त किसी विश्वविद्यालय या संस्थान में पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश लेना होता है। इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, डिजाइन, योजना, होटल प्रबंधन, कंप्यूटर अनुप्रयोग, या अनुप्रयुक्त कला जैसे क्षेत्रों में स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक या समकक्ष सीजीपीए प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी इस योजना के अंतर्गत आवेदन के पात्र होते हैं। इसके अलावा, उम्मीदवार को पिछले पांच वर्षों में गेट/जीपैट जैसे राष्ट्रीय स्तर के प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले शोध को बढ़ावा देना और शोधार्थियों को उनके शैक्षिक और अनुसंधान लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना है। यह योजना तकनीकी संस्थानों में नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित करती है, जिससे शोधार्थी पेटेंट दाखिल करने और उद्योगों के साथ सहयोग करने में सक्षम हो सकें। यह भारत को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए शोध और नवाचार को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस योजना के तहत शोधार्थियों को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें उद्योगों और स्टार्टअप्स के साथ सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए प्रेरित किया जाता है, जिससे तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता बढ़े।
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