एमएमएमयूटी में ‘Alum Speaks’ सेशन: पूर्व छात्र ने ‘ज़रूरी टेक स्किल्स बनाम बज़वर्ड्स’ पर की चर्चा

एमएमएमयूटी में 'Alum Speaks' श्रृंखला का दूसरा सत्र आयोजित। पूर्व छात्र श्रेष्ठ सहाय ने 'एसेंशियल टेक स्किल्स' पर मार्गदर्शन दिया। छात्रों ने उद्योग की वास्तविक ज़रूरतों को समझा।
गोरखपुर: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) के प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ द्वारा बुधवार, 25 जून 2025 को “Alum Speaks” श्रृंखला के द्वितीय सत्र का ऑनलाइन माध्यम से सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह वेबिनार Microsoft Teams प्लेटफॉर्म पर शाम 5:00 बजे शुरू हुआ, जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस श्रृंखला का प्राथमिक उद्देश्य विश्वविद्यालय के सफल पूर्व छात्रों के अनुभवों को वर्तमान छात्रों के साथ साझा करना है। इसका लक्ष्य छात्रों को उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं से अवगत कराना, करियर निर्माण के व्यावहारिक पहलुओं पर मार्गदर्शन प्रदान करना और उनके व्यक्तिगत विकास को प्रोत्साहित करना है।
इस सत्र का विषय “Beyond the Hype: Essential Tech Skills vs. Buzzword Chasing” था। इसमें इस बात पर गहन चर्चा की गई कि तकनीकी विद्यार्थियों को केवल लोकप्रिय या आकर्षक शब्दों (जैसे बिग डेटा, ब्लॉकचेन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के पीछे भागने की बजाय, मूलभूत और दीर्घकालिक तकनीकी कौशल विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना क्यों आवश्यक है। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर वी.के. द्विवेदी द्वारा अतिथि स्वागत के साथ हुआ, जिन्होंने मुख्य वक्ता श्री श्रेष्ठ सहाय के महत्वपूर्ण योगदानों और उपलब्धियों की सराहना की और छात्रों को उनके अनुभवों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।
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कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री श्रेष्ठ सहाय, एमएमएमयूटी के गौरवशाली पूर्व छात्र हैं, जिन्होंने कंप्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग से अपनी स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। वर्तमान में वे एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय तकनीकी कंपनी में सीनियर टेक्नोलॉजी कंसल्टेंट के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने अपने व्यापक व्यावसायिक अनुभवों के आधार पर छात्रों को यह बहुमूल्य सीख दी कि कैसे प्रोग्रामिंग, डेटा संरचना, सॉल्यूशन डिज़ाइन और समस्या-समाधान की क्षमता जैसी गहराई से सीखी गई बुनियादी तकनीकी समझ एक लंबे समय तक उपयोगी और मूल्यवान सिद्ध होती है, जबकि केवल नवीनतम ‘बज़वर्ड्स’ का पीछा करना अल्पकालिक हो सकता है।

कार्यक्रम की सराहना करते हुए विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. जे.पी. सैनी ने कहा, “आज के अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक युग में केवल ट्रेंडिंग शब्दों की सतही जानकारी होना पर्याप्त नहीं है। किसी भी छात्र को उत्कृष्ट बनाने वाली वास्तविक क्षमता तकनीक को गहराई से समझने, उसे आत्मसात करने और उसे व्यवहार में प्रभावी ढंग से लागू करने की योग्यता है। विश्वविद्यालय छात्रों को इसी दिशा में निरंतर प्रोत्साहित करता रहेगा।”
इस महत्वपूर्ण आयोजन में विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों – B.Tech., M.Tech., MCA, BBA और B.Pharm – के 2026, 2027 और 2028 बैचों के विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया, क्योंकि सभी विद्यार्थियों के लिए उपस्थिति अनिवार्य थी।
प्रशिक्षण टीम की समन्वयक सुकन्या पाण्डेय ने बताया कि सत्र के अंत में एक जीवंत प्रश्नोत्तर का दौर भी आयोजित किया गया। इसमें छात्रों ने वक्ता से विभिन्न तकनीकी विषयों पर गहन और प्रासंगिक प्रश्न पूछे। श्री श्रेष्ठ सहाय ने छात्रों के सभी प्रश्नों के उत्तर बड़ी सरलता और स्पष्टता के साथ दिए, जिससे उन्हें अपने करियर पथ के लिए महत्वपूर्ण दिशा प्राप्त हुई।
कार्यक्रम के अंत में, ट्रेनिंग टीम के सदस्य रजत सिंह और सिद्धि ने उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों और छात्रों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि यह सत्र न केवल छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि उन्हें तकनीकी करियर की सही राह चुनने में भी महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करने वाला रहा। प्रोफेसर द्विवेदी ने अंत में यह भी बताया कि प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ इस “Alum Speaks” श्रृंखला के माध्यम से भविष्य में भी छात्रों को उद्योग जगत से जोड़ने और उन्हें निरंतर प्रेरित करने हेतु ऐसे ही महत्वपूर्ण आयोजनों को जारी रखेगा।
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