गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन के निर्माण के लिए रेल प्रशासन ने 26 सितंबर तक मेगा ब्लॉक लिया है। इस दौरान 250 से अधिक रेलकर्मियों ने दिन-रात काम किया। इससे कई ट्रेनें रद्द और डायवर्ट हुईं, जिससे दिल्ली, मुंबई और लखनऊ जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
गोरखपुर: गोरखपुर-डोमिनगढ़ के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने और नकहा-गोरखपुर दोहरीकरण का काम तेज गति से चल रहा है। इस कार्य को पूरा करने के लिए रेल प्रशासन ने मंगलवार को साढ़े नौ घंटे का मेगा ब्लॉक लिया। इस मेगा ब्लॉक के कारण गोरखपुर से चलने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेनें, जिनमें गोरखधाम एक्सप्रेस और हमसफर एक्सप्रेस भी शामिल थीं, रद्द कर दी गईं।
दिल्ली जाने वाली वैशाली और बिहार संपर्क क्रांति जैसी कई ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया गया। इस अचानक आए बदलाव से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रेलवे स्टेशन पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। यात्रियों को अपनी यात्रा पूरी करने के लिए बस या अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ा।
250 रेलकर्मियों ने किया दिन-रात काम
गोरखपुर से डोमिनगढ़ के बीच तीसरी लाइन बिछाने के लिए दो क्रेनों के साथ लगभग 250 रेलकर्मियों को काम पर लगाया गया। इन कर्मियों ने लगभग 9 घंटे तक लगातार काम किया। इस दौरान गोरखनाथ नए पुल के नीचे कट लाइन बिछाने का कार्य, ओएचई (ओवरहेड इक्विपमेंट) की जांच, रेलवे क्रॉसिंग, सिग्नल और ट्रैक का रखरखाव किया गया। इसके अलावा, स्टेशनों पर पैनल टेस्टिंग, पॉइंट बदलने और स्लीपर लोडिंग का काम भी पूरा किया गया।
रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन और नकहा दोहरीकरण परियोजना पूरी होने से लाइन की क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे भविष्य में अधिक संख्या में ट्रेनें तेज गति से चल सकेंगी। इससे यात्रियों के यात्रा समय में भी बचत होगी।
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कई ट्रेनें रहीं रद्द, यात्रियों को उठानी पड़ी परेशानी
मेगा ब्लॉक के कारण कई महत्वपूर्ण ट्रेनें रद्द कर दी गईं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रमेश और राकेश पांडेय ने वैशाली एक्सप्रेस में दिल्ली के लिए टिकट आरक्षित करवाया था, लेकिन ट्रेन डायवर्ट होने के कारण उन्हें सप्तक्रांति एक्सप्रेस के जनरल कोच से जाना पड़ा। हरनही से आए मधुसूदन शर्मा को ट्रेन रद्द होने के कारण बस से दिल्ली जाना पड़ा।
रात में सप्तक्रांति एक्सप्रेस के गोरखपुर पहुंचने पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ट्रेन बिहार से ही भरी होने के कारण गोरखपुर से बहुत कम यात्री ही सवार हो पाए, और बाकी लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। यह मेगा ब्लॉक 26 सितंबर तक जारी रहेगा, जिसके बाद रेल संरक्षा आयुक्त निरीक्षण करेंगे और 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों को चलाया जाएगा। इसके बाद ही ट्रेनों का आवागमन सामान्य हो पाएगा।
आज से और बढ़ेंगी मुश्किलें, 17 और ट्रेनें निरस्त
मेगा ब्लॉक के कारण बुधवार से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गईं। पहले से रद्द 25 ट्रेनों के अलावा 17 और ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया। इन ट्रेनों में जम्मू, मुंबई, कानपुर, कोलकाता और लखनऊ रूट की गाड़ियां शामिल हैं।