प्रयागराज महाकुंभ में गीता प्रेस की धूम, 1.18 करोड़ की पुस्तकें बिकीं
Geeta Press: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में गीता प्रेस का स्टॉल श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन गया है। धार्मिक और आध्यात्मिक साहित्य के प्रति बढ़ती रुचि का प्रमाण है गीता प्रेस की पुस्तकों की रिकॉर्ड बिक्री। 13 जनवरी से शुरू हुए इस स्टॉल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है और 1.18 करोड़ रुपये से अधिक की पुस्तकें अब तक बिक चुकी हैं।
गीता प्रेस के प्रबंधक डॉ. लालमणि तिवारी ने बताया कि महाकुंभ में लगाए गए स्टॉल में लगभग दो करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न धार्मिक पुस्तकें बिक्री के लिए उपलब्ध कराई गई हैं। श्रद्धालुओं ने हनुमान चालीसा, श्रीरामचरितमानस, श्रीमद्भागवतगीता और भगवत्नाम माहात्म्य जैसी लोकप्रिय पुस्तकों को हाथों-हाथ लिया है। इनमें हनुमान चालीसा की प्रतियां सबसे ज्यादा बिकी हैं, जिनकी संख्या एक लाख को पार कर गई है। इसके अलावा, श्रीरामचरितमानस की छह हजार, श्रीमद्भागवतगीता की 14 हजार और भगवत्नाम माहात्म्य की 12 हजार प्रतियां भी श्रद्धालुओं ने खरीदी हैं।
डॉ. तिवारी ने बताया कि महाकुंभ में बड़ी संख्या में व्यापारी भी गीता प्रेस की पुस्तकों को खरीदने के लिए आ रहे हैं। अब तक 54 व्यापारियों ने 278 बार पुस्तकें खरीदी हैं, जिससे बिक्री के आंकड़ों में और भी वृद्धि हुई है। यह दर्शाता है कि न केवल आम श्रद्धालु, बल्कि व्यापारी वर्ग भी गीता प्रेस की पुस्तकों की लोकप्रियता से प्रभावित है।