GO GORAKHPUR: मुख्यमंत्री के हाथों, खजांची चौराहे पर फ्लाईओवर का शिलान्यास हो गया. विकास की इस नई इबारत से शहरवासियों में खुशी है. खजांची चौराहे के आसपास रहने वाले कुछ लोग जहां कल तक इस बात से भयभीत थे कि कहीं फ्लाईओवर की जद में उनकी जमीन न आ जाए, वही लोग रविवार को मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद सहर्ष अपनी जमीन अधिग्रहण के लिए देने को तैयार हैं. दरअसल, मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में शहरवासियों को धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए गोरखपुरवासी खुशी से जगह खाली कर रहे हैं. इसी रवैये की बदौलत शहर में विकास कार्यों में कभी कोई बाधा नहीं आई. मुख्यमंत्री के इस धन्यवाद ने खजांची चौराहे के आसपास रह रहे लोगों के मन का हर संशय खत्म कर दिया है.
‘अगर सरकार जमीन का अधिग्रहण करती है तो इसे सौभाग्य समझें’
रविवार को वीर बहादुर सिंह स्पोटर्स कॉलेज मैदान में आयोजित शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि गोरखपुर के लोग विकास कार्यों में हर कदम पर सहयोग करते आए हैं. सड़कों के चौड़ीकरण के जितने भी कार्य हुए हैं, उसमें किसी भी नागरिक ने कभी आपत्ति नहीं जताई. लोगों ने आगे बढ़कर खुद ही विकास कार्यों के लिए अपनी जमीन खाली कर दी. यहां नागरिकों के इसी रवैये की बदौलत इतने विकास कार्य हो पा रहे हैं. सीएम के इस धन्यवाद ने उन लोगों के मन का संशय भी खत्म कर दिया है जो फ्लाईओवर की जद में अपनी जमीन आने से चिंतित थे. खजांची चौराहे के निकट हनुमंत नगर निवासी विनोद श्रीवास्तव ने कहा कि शहर के विकास कार्यों के लिए अगर सरकार जमीन का अधिग्रहण करती है तो इसे सौभाग्य समझना चाहिए.
राजस्व विभाग और जीडीए की टीम शुरू करेगी सर्वे
फ्लाईओवर के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सेतु निगम, जीडीए, पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग के अफसरों की बैठक हुई थी. इस बैठक में सेतु निगम ने 604 मीटर लंबाई में 30 मीटर चौड़ी जमीन की जरूरत बताई है. चूंकि खजांची से बरगदवा की तरफ जीडीए की जमीन है, ऐसे में आगामी दिनों में होने वाले सर्वे में पता चलेगा कि कितनी जमीन यहां जीडीए की है और कितनी निजी जमीन का अधिग्रहण करना होगा. सेतु निगम के परियोजना निदेशक अजय कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि जमीन को लेकर राजस्व विभाग और जीडीए की टीम संयुक्त रूप से सर्वे करेगी जिसके बाद स्थिति साफ होगी कि कितनी जमीन अधिग्रहण के दायरे में आएगी. चर्च के बगल में कुछ पेड़ हैं जिन्हें काटना पड़ेगा. हालांकि कौवाबाग-बरगदवा रोड के फोरलेन बनने की वजह से यहां पहले से ही 30 मीटर में जमीन उपलब्ध है. ऐसे में जमीन अधिग्रहण की संभावना कम ही नजर आ रही है. जहां फ्लाईओवर उतरेगा वहां सर्विस लेन बनाने के लिए कुछ जमीन की जरूरत जरूर होगी.