GO GORAKHPUR: पुलिसकर्मी के बेटे ने दारोगा की नौकरी लगवाने के नाम पर एक युवक से पांच लाख रुपये ठग लिए. पैसे लेने के बाद उसने युवक को पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल और देवेंद्र सिंह चौहान के फर्जी हस्ताक्षर वाला लेटर भी दिया था. आरोपी एम्स थाने के नंदानगर स्थित सैनिक विहार कालोनी का निवासी है. पीड़ित की शिकायत पर एम्स पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
देवरिया जिले के थाना तरकुलवा रामपुरगढ निवासी अवधेश जायसवाल ने एम्स पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि बीकॉम करने के बाद वह नौकरी की तलाश में था. 2021 में उसकी मुलाकात एम्स थाने के सैनिक विहार में रहने वाले पुलिसकर्मी विरेन्द्र शर्मा के बेटे भास्वर शर्मा से हुई थी. भास्वर ने यूपी पुलिस में उपनिरीक्षक की नौकरी दिलाने की बात कही. उसने अवधेश का फार्म भराया और लिखित परीक्षा दिलाई, लेकिन अवधेश परीक्ष में पास नहीं हो पाया. इस पर भास्वर ने सिफारिश के जरिए पुलिस की नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया. इसके नाम पर उसने पांच लाख रुपये ले लिए। कुछ समय बाद उसने तत्कालीन डीजीपी मुकुल गोयल व देवेन्द्र सिंह चौहान का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर अवधेश को मुरादाबाद प्रशिक्षण केन्द्र का लेटर दे दिया. इसके बाद भास्वर खुद अपनी गाड़ी से अवधेश को लेकर मुरादाबाद गया, लेकिन फिर बहाना बनाकर लौट आया. अवधेश का आरोप है कि भास्वर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला एक संगठित गिरोह चलाता है.
पीड़ित अवधेश जायसवाल ने बताया कि अब पैसा मांगने पर पर भास्वर नौकरी और पैसे की बात भूल जाने की बात कह रहा है और जानमाल की धमकी दे रहा है. उसकी तहरीर के आधार पर एम्स पुलिस भास्वर शर्मा के खिलाफ आइपीसी की धारा 406, 419, 420, 467, 468, 471 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
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