गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के एक प्रतिष्ठित ऑटोमोबाइल कारोबारी और उनके करीबियों के ठिकानों पर मंगलवार सुबह आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है। विभाग की टीमों ने एक साथ गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर स्थित कारोबारी के विभिन्न प्रतिष्ठानों, आवास और कार्यालयों पर छापेमारी की। अचानक हुई इस कार्रवाई से व्यापारिक जगत में हड़कंप मच गया है। टीमें फिलहाल बंद कमरों में दस्तावेजों और वित्तीय लेन-देन के रिकॉर्ड को खंगालने में जुटी हैं।
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सूत्रों के मुताबिक, इस छापेमारी को बेहद गोपनीय रखा गया था। कार्रवाई के लिए लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद और प्रयागराज से आयकर विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया है। गोरखपुर के मेडिकल रोड स्थित ऑटोमोबाइल शोरूम पर वाराणसी नंबर की गाड़ियों से आधा दर्जन अधिकारी पहुंचे और गेट बंद कर जांच शुरू कर दी। इसी के साथ कारोबारी के स्पोर्ट्स कॉलेज क्षेत्र स्थित निजी आवास पर भी टीमों ने दस्तक दी है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट के दफ्तर और फैक्ट्रियों तक पहुंची जांच की आंच
आयकर विभाग की जांच का दायरा केवल शोरूम और आवास तक ही सीमित नहीं है, बल्कि टीमों ने गोलघर स्थित एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में भी दबिश दी है, जहां कारोबारी के चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) का कार्यालय स्थित है। माना जा रहा है कि यहां से महत्वपूर्ण वित्तीय दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद हो सकते हैं। इसके अलावा, बरगदवां क्षेत्र में स्थित कारोबारी की फैक्ट्री पर भी विभाग की मौजूदगी की सूचना है।
देवरिया और कुशीनगर में भी कारोबारी से जुड़े केंद्रों पर सघन तलाशी ली जा रही है। खबर लिखे जाने तक आयकर विभाग के अधिकारियों ने मीडिया को कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है। माना जा रहा है कि टैक्स चोरी और अघोषित संपत्ति के इनपुट के आधार पर यह संयुक्त ऑपरेशन चलाया जा रहा है।


