गोरखपुर में ‘विरासत गलियारे’ पर संग्राम! भाजपा-सपा कार्यकर्ता भिड़े, घंटेभर चला हाई वोल्टेज ड्रामा!

गोरखपुर में विरासत गलियारा परियोजना पर भाजपा-सपा के कार्यकर्ता भिड़े। नेता प्रतिपक्ष के काफिले को रोका गया, गाड़ी का शीशा टूटा। राजनीतिक तनाव और व्यापारियों के उत्पीड़न का आरोप।
गोरखपुर: शहर के धर्मशाला बाजार से लेकर घंटाघर तक बनाए जा रहे ‘विरासत गलियारे’ परियोजना को लेकर अब सियासी खींचतान तेज हो गई है। बुधवार को इसी मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ता नॉर्मल तिराहे पर आमने-सामने आ गए, जिसके चलते घंटों तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
दरअसल, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव की अगुवाई में एक चार सदस्यीय समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल विरासत गलियारे से प्रभावित पीड़ित व्यापारियों से मुलाकात करने पहुंचा था। जैसे ही सपा का काफिला नॉर्मल तिराहे पर पहुंचा, भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और उनके काफिले को रोक दिया। इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता कर रहे थे, जिसमें भारतीय जनता पार्टी से जुड़े कई व्यापारी नेता भी शामिल थे।
नॉर्मल तिराहे पर दोनों दलों के कार्यकर्ता और नेता एक-दूसरे के सामने आ गए, जिससे तनाव का माहौल बन गया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की और छीना-झपटी हुई। कुछ उग्र कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी के काफिले में शामिल विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष की एक गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया।
बताया जाता है कि इस हंगामे की सूचना तुरंत लखनऊ तक पहुंच गई, जिसके बाद हड़कंप मच गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विधानसभा और विधान परिषद के दोनों प्रतिपक्ष नेता नॉर्मल तिराहे पर धरने पर बैठ गए। उनके समर्थन में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी धरने पर बैठ गए, जिससे मामला और गरमा गया और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।
Read …गोरखपुर में मना ‘काला दिवस’: भाजपा ने याद किया 1975 का आपातकाल, लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान
धरने पर बैठे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने आरोप लगाया कि यह सब मुख्यमंत्री के शहर में हो रहा है, जो लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे कुछ निरंकुश लोगों के इशारे पर ऐसा किया जा रहा है और पीड़ितों से विपक्षी दलों को मिलने नहीं दिया जा रहा है, जबकि यहां व्यापारियों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है।
यह हाई वोल्टेज ड्रामा करीब एक घंटे तक चला। कहा जा रहा है कि इस दौरान कुछ नेताओं के कुर्ते भी फट गए और चश्मे टूट गए। धक्का-मुक्की के कारण माहौल बेहद गर्म हो गया था।
हमें फॉलो करें — वॉट्सऐप चैनल | फेसबुक | एक्स | इंस्टाग्राम | गूगल न्यूज़