दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर अनिल कुमार राय ने हिंदी विभाग को दो एसी दान कर एक अनूठी मिसाल कायम की। सफाई कर्मचारी सलमा जी ने किया शुभारंभ।
गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में 36 वर्षों की लंबी सेवा पूरी करने के बाद प्रोफेसर अनिल कुमार राय ने एक नई मिसाल कायम की है। उन्होंने सेवानिवृत्त होने के एक महीने के भीतर ही विश्वविद्यालय को एलुमनाई के रूप में दो स्प्लिट एयर कंडीशनर उपहार में देकर अपने गहरे भावात्मक लगाव का परिचय दिया है।
विश्वविद्यालय के इतिहास में अनूठी पहल
प्रोफेसर राय की इस पहल को विश्वविद्यालय प्रशासन ने सहर्ष स्वीकार किया और उनकी अपेक्षा के अनुरूप दोनों स्प्लिट एसी को हिंदी विभाग के बैठक कक्ष में लगवा दिया गया है। यह कक्ष वह स्थान है जहां सभी शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और अतिथि बैठते हैं, और यहीं लगभग सभी महत्वपूर्ण बैठकें भी संपन्न होती हैं। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के 75 वर्षों के इतिहास में किसी सेवानिवृत्त शिक्षक द्वारा की गई यह एक अनूठी और प्रेरणादायक पहल है।
सफाई कर्मचारी सलमा जी के हाथों हुआ शुभारंभ
इस उपहार की एक और खास बात यह रही कि दोनों एयर कंडीशनर का शुभारंभ डॉ. अभिषेक शुक्ल की पहल पर विश्वविद्यालय की सफाई कर्मचारी सलमा जी के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर सलमा जी ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की। यह कदम समावेशिता और सभी कर्मचारियों के सम्मान का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है।
कुलपति ने सराहा, बताया प्रेरणा का स्रोत
कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने प्रोफेसर अनिल कुमार राय के इस कार्य को ‘एक नजीर’ बताया, जिससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा, “हमारा विश्वविद्यालय एक विशाल परिवार है जिसमें शिक्षक, विद्यार्थी, कर्मचारी के साथ ही आम नागरिक भी इसके हिस्से हैं। इसमें हमारे एल्यूमिनी का विशेष महत्व है।” कुलपति ने कृतकार्य आचार्य अनिल कुमार राय के प्रति आभार व्यक्त किया और सलमा जी सहित पूरे हिंदी विभाग को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर हिंदी विभाग के प्रो. राजेश मल्ल, डॉ. नरेंद्र कुमार, डॉ. रामनरेश राम, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. रितु सागर, डॉ. प्रियंका नायक सहित शोधार्थी एवं लल्लू प्रसाद, घनश्याम, सायरा, मुन्ना, सुभाष इत्यादि उपस्थित रहे।
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