गोरखपुर: छात्रसंघ चौराहे से आंबेडकर चौक तक प्रस्तावित स्मार्ट रोड चौड़ीकरण परियोजना में फिलहाल नगर निगम की दुकानों को नहीं तोड़ा जाएगा। इस संबंध में सोमवार को नगर निगम सभागार में मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में दुकानदारों के साथ हुई बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। तय किया गया कि सड़क निर्माण से पहले क्षेत्र का दोबारा सर्वे किया जाएगा और दुकानदारों के साथ उचित समन्वय स्थापित कर ही सड़क का निर्माण कार्य आगे बढ़ाया जाएगा।
दुकानदारों के प्रदर्शन के बाद मेयर ने बुलाई थी बैठक
नगर निगम छात्रसंघ से आंबेडकर चौक तक की सड़क को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित कर रहा है, जिसके लिए सड़क की चौड़ाई लगभग 24 मीटर निर्धारित की गई है। इस चौड़ीकरण की जद में कचहरी बस स्टैंड के पास नगर निगम की करीब 38 दुकानें आ रही थीं। निगम ने इन दुकानों को खाली करने का नोटिस जारी किया था, जिसके विरोध में दुकानदारों ने रविवार को प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद, मामले को सुलझाने के लिए सोमवार को मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, कमिश्नर अनिल ढींगरा, और डीएम दीपक मीणा ने दुकानदारों से संवाद किया।
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व्यापारियों ने रखी रोज़ी-रोटी की चिंता, विकास के साथ समन्वय की मांग
बैठक के दौरान, दुकानदारों ने अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। दुकानदार रतन शुक्ला ने कहा कि विकास कार्य के दौरान उनकी रोजी-रोटी का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। प्रियरंजन मिश्रा ने कहा कि वे वर्षों से यहाँ व्यापार कर रहे हैं और दुकान टूटने से वे सड़क पर आ जाएंगे। मनबोध मिश्रा ने भी शहर के विकास में उनके हितों को ध्यान में रखने का आग्रह किया। एक अन्य दुकानदार नीरज सिंह ने सुझाव दिया कि आंबेडकर चौक से शास्त्री चौक तक सड़क की जितनी चौड़ाई है, उतनी ही चौड़ाई छात्रसंघ से आंबेडकर चौक तक भी रखी जाए।
मेयर का निर्देश: समन्वय से बनेगा स्मार्ट रोड
दुकानदारों की बातों को सुनने के बाद मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने तत्काल निर्देश दिए कि फिलहाल दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई रोक दी जाए। उन्होंने परियोजना का दोबारा सर्वे करने का निर्देश देते हुए दुकानदारों को आश्वस्त किया कि उनके साथ उचित समन्वय स्थापित करने के बाद ही सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस निर्णय से उन दुकानदारों को बड़ी राहत मिली है जिनकी दुकानें चौड़ीकरण की जद में आ रही थीं।


