Last Updated on September 24, 2025 9:47 AM by गो गोरखपुर ब्यूरो
गोरखपुर में दीपक गुप्ता हत्याकांड के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। एडीजी और आईजी की गोपनीय जांच में अब तक 50 से अधिक पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है। जानें इस मामले में आगे की जांच और पिकअप वाहनों पर हो रहे सत्यापन अभियान की पूरी जानकारी।
गोरखपुर: गोरखपुर में छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। एडीजी और आईजी की गोपनीय जांच के बाद 50 से अधिक पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई में पिपराइच और चिलुआताल के थाना प्रभारियों का तबादला भी शामिल है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कई और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरने की संभावना है। वहीं, पुलिस ने पिकअप वाहनों का सत्यापन अभियान भी शुरू कर दिया है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
दीपक गुप्ता हत्याकांड में 50 से अधिक पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
पिपराइच के जंगल धूसड़, महुआचाफी गांव में हुए छात्र दीपक गुप्ता हत्याकांड की जांच के बाद पुलिस महकमे में व्यापक फेरबदल हुआ है। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में अब तक 50 से अधिक पुलिसकर्मियों को निलंबित या लाइन हाजिर किया जा चुका है। एडीजी जोन मुथा अशोक जैन और डीआईजी रेंज डॉ. एस. चनप्पा की गोपनीय जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है। सोमवार देर रात पिपराइच थानेदार को निलंबित किया गया, जिसके बाद मंगलवार को एसएसपी राजकरन नय्यर ने चिलुआताल थानेदार अतुल श्रीवास्तव को पिपराइच का नया प्रभारी नियुक्त किया। वहीं, तिवारीपुर के थाना प्रभारी सूरज सिंह को चिलुआताल थाने का जिम्मा सौंपा गया है।
गोपनीय जांच में सामने आए कई और नाम
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एडीजी जोन और डीआईजी रेंज की जांच अभी भी जारी है और इसमें कई और पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए हैं। 18 सितंबर को कुशीनगर में दो थानेदार, चार चौकी प्रभारी और 33 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था। गोरखपुर में भी जंगल धूसड़ चौकी प्रभारी ज्योति नारायण तिवारी और चार सिपाहियों को निलंबित किया गया। इसके अलावा पिपराइच थाने के चार और सिपाहियों को हटाया गया। जंगल छत्रधारी चौकी प्रभारी विनय सिंह को भी लाइन हाजिर कर उनकी जगह विकास सिंह को नया चौकी प्रभारी बनाया गया है। गुलरिहा और पिपराइच थाने के छह सिपाहियों को गोपनीय जांच रिपोर्ट के आधार पर लाइन हाजिर किया गया है, क्योंकि वे अपने कर्तव्य के प्रति उदासीन पाए गए थे।
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पिकअप वाहनों का सत्यापन अभियान शुरू
दीपक गुप्ता हत्याकांड में पिकअप वाहन का इस्तेमाल होने के बाद पुलिस ने ऐसे वाहनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डीआईजी डॉ. एस. चनप्पा के निर्देश पर एसपी सिटी अभिनव त्यागी के नेतृत्व में जिले भर में पिकअप वाहनों का सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, गोरखपुर जिले में कुल 872 पिकअप पंजीकृत हैं। बीट पुलिस अधिकारियों को इन वाहनों की थानेवार सूची सौंपी गई है। सत्यापन के दौरान वाहनों के फोटो, चालक का नाम, मोबाइल नंबर और रोजमर्रा के उपयोग की जानकारी ली जा रही है। इसके अलावा, नंबर प्लेट और वाहन में किसी भी तरह के संशोधन की भी जांच की जा रही है। एसपी सिटी ने बताया कि सत्यापन में गड़बड़ी पाए जाने पर वाहन सीज कर मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
किस सर्किल में कितने पिकअप वाहन पंजीकृत हैं
सर्किल का नाम | पंजीकृत वाहनों की संख्या |
कोतवाली | 74 |
कैंट | 141 |
गोरखनाथ | 101 |
कैंपियरगंज | 133 |
गीडा | 63 |
चौरीचौरा | 57 |
बांसगांव | 91 |
गोला | 114 |
खजनी | 98 |
दीपक गुप्ता हत्याकांड के बाद हुई कार्रवाई
- 50+ पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
- 2 थानेदारों को किया गया निलंबित
- 18 सितंबर को कुशीनगर में 39 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
- 872 पिकअप वाहनों का सत्यापन अभियान जारी
- 3 सर्किल में 100 से ज्यादा पिकअप पंजीकृत
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