गोरखपुर: महानगर के स्कूलों में अब पढ़ाई के साथ-साथ स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की भी परीक्षा होगी। बच्चों के बीच अच्छी आदतों को विकसित करने और स्कूलों के स्तर को सुधारने के उद्देश्य से नगर निगम ने एक बड़ी पहल की है। मंगलवार को नगर आयुक्त की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में तय किया गया कि महानगर के समस्त स्कूलों के बीच एक वृहद प्रतिस्पर्धा कराई जाएगी, जिसमें बच्चों को पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों से जोड़ा जाएगा।
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ग्रीन स्कूल और ‘कबाड़ से जुगाड़’ जैसे विषयों पर रहेगा जोर
नगर आयुक्त महोदय ने बैठक में स्पष्ट किया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य केवल जीत-हार नहीं, बल्कि बच्चों को प्रेरित करना है। प्रतिस्पर्धा के लिए विभिन्न रोचक विषय चुने गए हैं, जैसे— ‘ग्रीन स्कूल’, ‘क्लीन स्कूल’, और ‘कबाड़ से जुगाड़’। इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाएगा, जिससे उन्हें अच्छी आदतें सीखने की प्रेरणा मिलेगी। प्रशासन का मानना है कि इससे बच्चों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जाग्रत होगी।
जनता के सामने प्रदर्शित होगी स्कूलों की रैंकिंग, बनेगी टूलकिट
इस प्रतियोगिता का एक अहम पहलू यह भी है कि स्कूलों के प्रदर्शन को जनता के बीच भी प्रदर्शित किया जाएगा। स्कूलों के बीच होने वाली इस प्रतिस्पर्धा से आम जनता को स्कूलों के स्तर को मापने में सहयोग मिलेगा। बैठक में नगर आयुक्त महोदय ने इंगित किया कि जो बच्चे और स्कूल इस प्रतियोगिता में उच्च स्थान प्राप्त करेंगे, उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक ‘प्रभावशाली टूलकिट’ तैयार करने हेतु टीम को निर्देशित किया गया है। इसका दूरगामी परिणाम यह होगा कि स्कूल अपनी श्रेणी में सुधार करने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद
स्वच्छता और शिक्षा को जोड़ने वाली इस मुहिम की रूपरेखा तैयार करने के लिए आयोजित इस बैठक में नगर निगम का पूरा अमला मौजूद रहा। बैठक में प्रमुख रूप से समस्त अपर नगर आयुक्त, समस्त जोनल अधिकारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सह प्रभारी एसबीएम (स्वच्छ भारत मिशन), जोनल सफाई अधिकारी और समस्त सफाई निरीक्षक उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर इस प्रतियोगिता को सफल बनाने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।


