गोरखपुर में जीडीए ने अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलाकर बड़ी कार्रवाई की। जानिए चिलुआताल के डूब क्षेत्र में हुई इस कार्रवाई की पूरी जानकारी और कैसे बचें ऐसी धोखाधड़ी से।
गोरखपुर। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने बुधवार को चिलुआताल क्षेत्र के ग्राम जमुआड़ में एक बड़ी कार्रवाई की है। जीडीए और प्रशासन की संयुक्त टीम ने लगभग 5 एकड़ भूमि पर की गई अवैध प्लॉटिंग और बाउंड्रीवॉल को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन के आदेश पर की गई, जो डूब क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त अभियान का हिस्सा है।
नियम तोड़कर की गई थी प्लॉटिंग
प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि यह अवैध प्लॉटिंग अंकित पांडेय नाम के व्यक्ति द्वारा नियमों का उल्लंघन करके की जा रही थी। इस तरह की अवैध गतिविधियाँ न केवल कानून का सीधा उल्लंघन हैं, बल्कि शहर की विकास योजनाओं में भी बाधा डालती हैं। डूब क्षेत्र में किए गए इस तरह के निर्माण भविष्य में लोगों के लिए गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकते हैं। यह कार्रवाई भविष्य में संभावित धोखाधड़ी और विवादों से बचने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
जीडीए की सख्त चेतावनी
जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने स्पष्ट किया कि डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण और प्लॉटिंग के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम की धाराओं के तहत किसी भी व्यक्ति को अवैध निर्माण की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्लॉट या जमीन में निवेश करने से पहले जीडीए से सत्यापन अवश्य कराएं, ताकि भविष्य में होने वाली धोखाधड़ी से बचा जा सके। यह कार्रवाई पुलिस और पीएसी बल की मौजूदगी में जिला प्रशासन के नामित मजिस्ट्रेट की देखरेख में हुई।