गोरखपुर: बेलीपार थाना क्षेत्र के भरवल गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर दिनेश निषाद की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस खुलासे के करीब पहुंच गई है। इस हत्याकांड में शामिल मुखबिरी करने वाले के साथ-साथ कई अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। एक नामजद आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि मंगलवार को इस मामले का पूरी तरह से खुलासा हो जाएगा।
हिस्ट्रीशीटर दिनेश निषाद की शनिवार शाम लगभग 3 बजे गोरखपुर से घर आते समय महोब के पास कार सवार बदमाशों ने दौड़ाकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद एसएसपी राजकरन नैय्यर के निर्देश पर एसटीएफ, एसओजी और स्थानीय पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित की गईं। इन टीमों ने सर्विलांस की मदद से संदिग्धों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया और लगातार पूछताछ कर रही थी।
Read…दर्दनाक हादसा: कांग्रेस नेता के भतीजे सहित तीन की मौत, पत्नी गंभीर; शाहजहाँपुर में ट्रक से टकराई कार
अब तक की कार्रवाई में, पुलिस ने इस हत्याकांड में नामजद एक आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, घटना की मुखबिरी करने वाले युवक सहित एक अन्य स्थानीय आरोपी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस इन गिरफ्तारियों के आधार पर मंगलवार को हत्या का खुलासा कर सकती है।
दिनेश हत्याकांड से जुड़े मुख्य आरोपी जुगल किशोर निषाद की चार बहनों के ठिकानों पर भी पुलिस ने छापेमारी की है। सहजनवां थाना क्षेत्र के टिकरिया गोविंदपुर, बेलीपार थाना क्षेत्र के बेवहरिया, बेलीपार थाना क्षेत्र के कतरारी और बिस्टौली से भी कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
जुगल किशोर ने जान को खतरा बताया था
दिनेश हत्याकांड से पहले मुख्य आरोपी जुगल किशोर निषाद ने एसएसपी को एक प्रार्थना पत्र देकर अपनी और परिवार की जान-माल को खतरा बताया था और सुरक्षा की मांग की थी। इस मामले में थाने से रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। बेलीपार पुलिस ने जुगल किशोर और उसके परिवार के लोगों को लगभग 15 दिन पहले सहजनवां स्थित उसकी बहन के घर सुरक्षित पहुंचाया था। जुगल किशोर अपने परिवार को लेकर घटना से एक सप्ताह पूर्व गांव स्थित अपने घर आया था और फिर तीन दिन पहले परिवार के सदस्यों को लेकर चला गया था।
सपा सांसद रामभुवाल निषाद ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात
सुल्तानपुर से सपा सांसद एवं पूर्व मंत्री रामभुवाल निषाद सोमवार को बेलीपार के भरवल गांव पहुंचे और रमेश निषाद से मिलकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार द्वारा हत्या में शामिल कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं, जिसे प्रशासन को संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने डीजीपी से मिलकर दोषियों के नाम दर्ज कराने की मांग की बात भी कही।
इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार में निषादों पर हो रहे लगातार हमलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने निषाद पार्टी के डॉ. संजय निषाद और उनके विधायक पुत्र पर चौरीचौरा की घटना का जिक्र करते हुए अपने फायदे के लिए आरोपियों से सौदेबाजी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दिनेश निषाद निषाद पार्टी के सक्रिय सदस्य थे, लेकिन फिर भी पार्टी का कोई नेता उनके परिवार से मिलने नहीं आया। उन्होंने निषाद पार्टी के लोगों को ऐसे “भेड़ियों” से सावधान रहने की अपील की।
हमें फॉलो करें — वॉट्सऐप चैनल | फेसबुक | एक्स | इंस्टाग्राम | गूगल न्यूज़