मोगलहा में करंट लगने से हुई युवती की मौत के मामले में सख्त कार्रवाई की गई है। जांच रिपोर्ट के बाद राप्तीनगर के एसडीओ, मेडिकल कॉलेज के जेई और 6 संविदाकर्मियों को निलंबित करने की संस्तुति की गई है। जानिए इस मामले से जुड़ी पूरी जानकारी।
गोरखपुर: गोरखपुर के मोगलहा में करंट लगने से एक युवती की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। इस घटना के बाद, राप्तीनगर के एसडीओ और मेडिकल कॉलेज उपकेंद्र के जेई को निलंबित करने की सिफारिश की गई है। सूत्रों के मुताबिक, राप्तीनगर के एक्सईएन के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की गई है। इसके अलावा, छह संविदा कर्मचारियों को भी बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई
यह कार्रवाई अधीक्षण अभियंता (ग्रामीण वितरण मंडल द्वितीय) दीपक कुमार द्वारा प्रस्तुत की गई जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार इस रिपोर्ट के आधार पर अंतिम कार्रवाई कर सकते हैं। जांच रिपोर्ट में लापरवाही और अवैध शटडाउन देने के मामले सामने आए हैं।
क्या था पूरा मामला?
यह दुखद घटना 14 सितंबर को हुई थी। राजी सेमरा नंबर दो की शिक्षिका शशिबाला मौर्या की 18 वर्षीय बेटी साक्षी उर्फ प्रज्ञा अपने मोघलहा स्थित मकान की छत पर गई थी। इसी दौरान वह बिजली के करंट की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जांच में यह सामने आया है कि इस मकान की छत के लिए 5 और 11 अगस्त को अवैध तरीके से शटडाउन दिया गया था।
इन कर्मचारियों पर गिरी गाज
अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार की टीम ने सोमवार से मामले की जांच शुरू की और शनिवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट में आउटसोर्सिंग कर्मचारी राहुल गोस्वामी, विशाल मिश्र, गौरीशंकर, शिवम चौहान, संजय साहनी और राघवेंद्र कुमार सिंह को निलंबित करने की सिफारिश की गई है। इन सभी पर लापरवाही बरतने और अवैध शटडाउन देने का आरोप है।
मोघलहा करंट हादसा
घटना | कब क्या हुआ |
घटनास्थल | मोगलहा, गोरखपुर |
मृतक का नाम | साक्षी उर्फ प्रज्ञा (18) |
घटना की तारीख | 14 सितंबर |
जांच अधिकारी | दीपक कुमार, अधीक्षण अभियंता (ग्रामीण) |
निलंबन की संस्तुति | राप्तीनगर एसडीओ और मेडिकल कॉलेज जेई |
अनुशासनात्मक कार्रवाई | राप्तीनगर एक्सईएन |
बर्खास्तगी की संस्तुति | 6 संविदाकर्मी |