गोरखपुर: साइबर अपराधियों ने अब धोखाधड़ी का एक नया तरीका अपनाया है। वाट्सएप पर फर्जी चालान लिंक के माध्यम से एक एपीके (APK) फाइल भेजकर गोरखपुर के एक व्यक्ति के खाते से करीब 89 हजार रुपये निकाल लिए गए। एम्स थाना पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है और साइबर अपराधियों की तलाश में जुट गई है।
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एक फर्जी लिंक ने खाली कर दिया खाता
रामगढ़ उर्फ रजही के निवासी गोविंद पासवान ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि नौ अक्टूबर की शाम उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से वाट्सएप संदेश आया। इस संदेश में उनकी गाड़ी का चालान काटे जाने की जानकारी दी गई थी और नीचे एक लिंक भेजा गया था। लिंक में एक फर्जी चालान लिंक ऐप डाउनलोड करने को कहा गया था। गोविंद ने इसे असली चालान समझकर जैसे ही लिंक पर क्लिक किया, उनका मोबाइल अचानक पूरी तरह से हैंग हो गया।
पांच बार में निकाले गए 89,800 रुपये
मोबाइल हैंग होने के कुछ ही मिनटों के भीतर गोविंद पासवान को उनके बैंक खाते से पैसे निकलने के संदेश आने लगे। साइबर अपराधियों ने पांच अलग-अलग ट्रांजैक्शन में उनके खाते से कुल 89,800 रुपये निकाल लिए। व्हाट्सएप फ्रॉड की इस घटना से हड़कंप मच गया है। गोविंद ने तुरंत एम्स थाना पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
साइबर सेल की मदद से हो रही है छानबीन
एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने इस संबंध में बताया कि फर्जी चालान लिंक भेजकर की गई इस साइबर ठगी गोरखपुर की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब साइबर सेल की मदद से उस अज्ञात नंबर और लिंक भेजने वाले की जानकारी जुटा रही है। थाना प्रभारी ने जल्द ही इस गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस ने लोगों को अज्ञात नंबरों से आने वाले किसी भी लिंक पर क्लिक न करने और व्यक्तिगत जानकारी साझा न करने की अपील भी की है।


