Gorakhpur: गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक गर्भवती महिला की मौत के मामले में गायनिक विभाग की प्रभारी डॉ. रूमा सरकार को दोषी पाया गया है. उन्हें इलाज में लापरवाही बरतने का दोषी ठहराया गया है, जिसके कारण उनकी दो वेतन वृद्धि रोकी जाएगी और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी.
यह मामला एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी की गर्भवती बहू से जुड़ा है, जिनकी मौत 17 अगस्त 2022 को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के अभाव में हो गई थी. महिला को सिद्धार्थनगर जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, लेकिन यहां उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल सका.
परिजनों का आरोप है कि डॉ. रूमा सरकार ने लापरवाही बरती और मरीज को बिना किसी जरूरत के मेडिसिन ओपीडी में भेज दिया. शासन द्वारा गठित जांच कमेटी ने भी डॉ. रूमा सरकार को दोषी पाया है. इस मामले में नेहरू चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. एके श्रीवास्तव पर भी आरोप लगे थे, लेकिन उन्हें पहले ही निलंबित किया जा चुका है और अब वे रिटायर भी हो चुके हैं.
मेडिकल कॉलेज में इस बात को लेकर चर्चा है कि कई और लोग भी इस मामले में दोषी थे, लेकिन वे जांच में कैसे बच गए.