Last Updated on July 9, 2025 9:30 AM by गो गोरखपुर ब्यूरो
गोरखनाथ मंदिर पर 2022 में हुए हमले के आतंकी मुर्तजा अब्बासी को लेकर बड़ा खुलासा। FATF रिपोर्ट के अनुसार, उसने PayPal के जरिए विदेशों में 67 लाख रुपये का लेनदेन किया था। जानें इस सनसनीखेज मामले के तार।
गोरखपुर: 4 फरवरी, 2022 को गोरखनाथ मंदिर पर हुए आतंकी हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एफएटीएफ (Financial Action Task Force) की रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी मुर्तजा को पे-पैल (PayPal) के जरिए विदेशों से मोटी रकम भेजी जा रही थी। जांच में सामने आया है कि हमलावर ने पे-पैल के माध्यम से लगभग 67 लाख रुपये का संदिग्ध लेनदेन किया था।
रिपोर्ट के अनुसार, मुर्तजा ने संयुक्त राष्ट्र (UN) के आईपी एड्रेस का इस्तेमाल कर अपने वास्तविक आईपी एड्रेस को छिपाया और अपने वित्तीय लेनदेन को गुप्त रखने का प्रयास किया। इन संदिग्ध गतिविधियों के कारण ‘चंचल’ नामक इकाई ने उसका अकाउंट बंद कर दिया था।
गौरतलब है कि 4 अप्रैल, 2022 को गोरखनाथ थाने में विनय कुमार मिश्र ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मिश्र के बयान के अनुसार, गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी के जवान अनिल कुमार पासवान पर मुर्तजा ने अचानक बांके से हमला कर दिया था, जिससे जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। मुर्तजा ने जवान की राइफल भी छीनने की कोशिश की, जो इस दौरान सड़क पर गिर गई।
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अनिल कुमार को बचाने के लिए जब दूसरा जवान आगे आया, तो मुर्तजा ने उसे भी जान से मारने की नीयत से बांके से हमला किया। मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने किसी तरह घायल जवान अनिल कुमार को सुरक्षित बचाया। इस दौरान, मुर्तजा हाथ में बांका लहराते हुए और “नारा-ए-तकबीर, अल्लाह हू अकबर” का नारा लगाते हुए पीएसी की पोस्ट की ओर दौड़ा, जिससे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच, एक जवान ने बड़े बांस से मुर्तजा के हाथ पर प्रहार किया, जिससे बांका उसके हाथ से नीचे गिर गया। इसके तुरंत बाद, जवानों ने मुर्तजा को धर दबोचा।
एफएटीएफ की रिपोर्ट में हुए इस खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है और मामले के अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एंगल को उजागर किया है। यह दर्शाता है कि गोरखनाथ मंदिर हमले के पीछे कहीं अधिक गहरी और सुनियोजित साजिश हो सकती है। जांच एजेंसियां अब इस 67 लाख रुपये के लेनदेन के पीछे के वास्तविक मकसद और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों की तलाश में जुटी हैं।
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