गोरखपुर: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) शहर के आवासीय परिदृश्य को एक नई दिशा देने के लिए दो अलग-अलग और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर तेज़ी से काम कर रहा है। एक तरफ, मध्यम और निम्न आय वर्ग के लिए बनाई जा रही विशाल खोराबार टाउनशिप अपने अंतिम चरण में है और जल्द ही आवंटियों को क़ब्ज़ा सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
वहीं, दूसरी तरफ, उच्च-आय वर्ग को लक्षित करते हुए गोरखनाथ क्षेत्र में प्रीमियम सुविधाओं से युक्त कुश्मी एन्क्लेव को रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (RERA) से मंज़ूरी मिल गई है और इसकी बुकिंग धनतेरस के शुभ अवसर पर शुरू करने की तैयारी है। इन दो रणनीतिक परियोजनाओं के माध्यम से GDA न केवल हर आय वर्ग की ज़रूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि GDA गोरखपुर आवास योजना के तहत शहर को एक सुनियोजित और आधुनिक शहरी केंद्र के रूप में आकार दे रहा है।
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GDA गोरखपुर आवास योजना की गंभीरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं खोराबार परियोजना का निरीक्षण कर काम में तेज़ी लाने के निर्देश दिए थे। GDA उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने पुष्टि की है कि निर्माण कार्य पूरी गति से चल रहा है और टावर तैयार होते ही फ़्लैट का स्वामित्व सौंपा जाएगा।
खोराबार टाउनशिप: 2020 फ्लैट्स, क़ब्ज़ा नवंबर 2025 से
खोराबार टाउनशिप GDA की सबसे बड़ी और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है। इस मेगा प्रोजेक्ट का उद्देश्य GDA गोरखपुर आवास योजना के तहत आधुनिक और किफायती आवास की बढ़ती मांग को पूरा करना है। इस परियोजना के तहत कुल 2020 फ्लैटों का आवंटन पहले ही पूरा हो चुका है।
क़ब्ज़ा सौंपने की समय-सीमा:
- नवंबर 2025 तक: लगभग 1,000 फ्लैटों (मिनी एमआईजी का पहला टावर भी शामिल) का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद तुरंत आवंटियों को क़ब्ज़ा सौंपने की प्रक्रिया शुरू होगी।
- जनवरी 2026 तक: 480 एलआईजी (LIG) और 560 ईडब्ल्यूएस (EWS) फ्लैटों में से दो-दो टावर पूरे कर लिए जाएंगे।
- जून 2026 तक: 560 फ्लैटों वाले सबसे बड़े एमआईजी (MIG) टावर का ढांचा नौवीं मंज़िल तक पहुँच गया है, जिसे पूरा करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही पूरी टाउनशिप परियोजना अपने अंतिम चरण में पहुँच जाएगी।
कुश्मी एन्क्लेव: गोरखनाथ क्षेत्र में प्रीमियम बहुमंज़िला योजना
खोराबार टाउनशिप की व्यापक पहुँच के पूरक के रूप में, GDA ने कुश्मी एन्क्लेव परियोजना के साथ प्रीमियम सेगमेंट में कदम रखा है। यह गोरखनाथ क्षेत्र में प्राधिकरण की पहली बहुमंज़िला आवासीय योजना है, जिसे RERA से मंज़ूरी मिल गई है। प्राधिकरण अब इन 286 प्रीमियम फ्लैटों के लिए धनतेरस के शुभ अवसर पर पंजीकरण/बुकिंग शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
निर्माण में ‘मिवान तकनीक’
इस परियोजना की एक प्रमुख विशेषता निर्माण में ‘मिवान तकनीक’ (Mivan Technology) का उपयोग है। यह एल्यूमीनियम फॉर्मवर्क पर आधारित एक आधुनिक निर्माण विधि है, जिससे न केवल निर्माण प्रक्रिया तेज़ होती है, बल्कि ढाँचा भी पारंपरिक तरीक़ों की तुलना में कहीं अधिक मज़बूत और उच्च गुणवत्ता वाला होता है। इस तकनीक का उपयोग GDA गोरखपुर आवास योजना में गुणवत्ता के प्रति प्राधिकरण की गंभीरता को दर्शाता है। निर्माण एजेंसी जीत एसोसिएट्स, गोरखपुर है।
खोराबार टाउनशिप निम्न-आय वर्ग (LIG), आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग (EWS) और मध्यम-आय वर्ग (MIG) की ज़रूरतों को पूरा करती है, जो बड़े पैमाने पर किफायती आवास की मांग को संबोधित करती है। वहीं, कुश्मी एन्क्लेव एक विशिष्ट क्षेत्र में प्रीमियम और आधुनिक जीवनशैली की तलाश कर रहे उच्च-आय वर्ग के लिए एक आकर्षक विकल्प प्रस्तुत करता है। यह दोहरी रणनीति सुनिश्चित करती है कि GDA गोरखपुर आवास योजना के तहत शहर का विकास समावेशी हो और आवास बाज़ार के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करे।
GDA की आवासीय योजनाएं: एक नजर में
परियोजना का नाम | लक्षित आय वर्ग | कुल फ्लैट (अनुमानित) | मुख्य आकर्षण | क़ब्ज़ा/बुकिंग शुरू |
खोराबार टाउनशिप | LIG, EWS, MIG | 2020 | सबसे बड़ी GDA परियोजना, किफायती आवास | नवंबर 2025 से |
कुश्मी एन्क्लेव | प्रीमियम सेगमेंट (उच्च-आय वर्ग) | 286 | गोरखनाथ क्षेत्र में पहली बहुमंज़िला योजना, मिवान तकनीक, RERA मंज़ूर | धनतेरस तक बुकिंग |
कुश्मी एन्क्लेव कीमत | ₹57 लाख से ₹1.06 करोड़ तक | निर्माण अवधि: लगभग 2.5 साल | ||
GDA का दृष्टिकोण | समावेशी शहरी विकास |