गोरखपुर: रुपये के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में 20 वर्षीय युवक की उसके ही दोस्तों ने नृशंस तरीके से हत्या कर दी। हत्या के बाद, साक्ष्य मिटाने की नीयत से, आरोपी सिर और धड़ को लगभग 40 किलोमीटर दूर महराजगंज जिले में ले गए और अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। पुलिस ने सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया, जिनकी निशानदेही पर महराजगंज की एक नहर पटरी से सिर और धड़ बरामद किया गया है।
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दोस्तों ने कुल्हाड़ी से गला काटकर की हत्या
तिवारीपुर क्षेत्र के रहने वाले जिस युवक की गुमशुदगी पाँच दिन पहले दर्ज की गई थी, उसकी तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई थी। कॉल डिटेल और तकनीकी सहायता के आधार पर पुलिस ने युवक के दो दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने रुपये के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में युवक को अगवा किया और फिर कुल्हाड़ी से उसका गला काटकर हत्या कर दी। इस वारदात में एक तीसरे युवक के भी शामिल होने की बात सामने आई है, जिसकी तलाश जारी है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पकड़े जाने के डर से शव को गोरखपुर में फेंकने के बजाय कार से महराजगंज ले जाना बेहतर समझा।
महराजगंज में नहर पटरी पर मिले सिर और धड़
हत्या की बात स्वीकार करने के बाद, आरोपी युवकों को लेकर पुलिस महराजगंज जिले के भिटौली स्थित भैंसा-पिपरा खादर मार्ग पर पहुंची। इसी मार्ग पर देवरिया शाखा नहर पटरी से मृतक का सिर बरामद किया गया। इसके करीब 10 किलोमीटर दूर, श्यामदेउरवा क्षेत्र में, नहर किनारे से युवक का धड़ बरामद हुआ। महराजगंज पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन की लोकेशन भी घटनास्थल के पास पाई है, जो उनके बयान की पुष्टि करती है।
परिजनों ने शव की पहचान करने से किया इनकार
हालांकि पुलिस का दावा है कि बरामद सिर और धड़ तिवारीपुर से लापता युवक का है, लेकिन शव की पहचान कर लौटे स्वजन ने उसे पहचानने से मना कर दिया है। इससे यह हत्याकांड एक पहेली बन गया है। इस बीच, तिवारीपुर पुलिस गुमशुदगी के मुकदमे में अपहरण, हत्या, सबूत मिटाने और षड्यंत्र जैसी धाराएं जोड़ने की तैयारी में थी। एसएसपी राजकरन नय्यर ने इस संबंध में बताया कि दो संदिग्धों से पूछताछ के बाद ही महराजगंज से सिर और धड़ बरामद किया गया है और मामले की जांच अभी जारी है।


