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डीडीयूजीयू: ‘चंदन वाटिका’ का शुभारंभ, नया सांस्कृतिक केंद्र ‘तरंग’, और प्रवेश परीक्षाओं पर ताज़ा अपडेट्स

डीडीयूजीयू: 'चंदन वाटिका' का शुभारंभ, नया सांस्कृतिक केंद्र 'तरंग', और प्रवेश परीक्षाओं पर ताज़ा अपडेट्स
डीडीयूजीयू में 15 जुलाई 2025 को चंदन वाटिका का शुभारंभ, 'तरंग' सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का गठन, MBA, MSc भौतिकी, MA इतिहास प्रवेश परीक्षाएं संपन्न। प्रवेश व कक्षाओं पर नए अपडेट्स।

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को कई महत्वपूर्ण शैक्षणिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय गतिविधियाँ हुईं, जो छात्रों और विश्वविद्यालय समुदाय के लिए उपयोगी सूचनाएं लेकर आईं।

“चंदन वाटिका” का भव्य शुभारंभ: कुलपति ने लगाया पहला पौधा

आज विश्वविद्यालय के प्राणि विज्ञान शोध भवन के सामने एक प्रेरणास्पद पहल के तहत “चंदन वाटिका” का भव्य शुभारंभ किया गया। इस वाटिका का उद्देश्य परिसर को हरित और सुगंधित बनाने के साथ-साथ विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की पर्यावरण-संवेदनशील प्रेरणा का परिणाम है यह पहल। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने अपने कर-कमलों से चंदन का पहला पौधा लगाकर वाटिका का औपचारिक उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि चंदन वृक्ष भारतीय सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और ऐसे वृक्षों का रोपण पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों की विरासत भी छोड़ रहा है।

सांस्कृतिक प्रकोष्ठ “तरंग” का गठन, प्रो. उषा सिंह बनीं निदेशक

विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद की बैठक में एक नवीन सांस्कृतिक गतिविधि केंद्र “तरंग” (टैपिंग आर्टिस्टिक रियलाइजेशन एंड नर्चरिंग ग्रोथ) का गठन किया गया। ललित कला एवं संगीत विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर उषा सिंह को इस नवसृजित सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का प्रथम निदेशक नियुक्त किया गया है। “तरंग” का उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देना, उनकी रचनात्मक प्रतिभा को उभारना और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना है। इसके अंतर्गत संगीत क्लब, नृत्य क्लब, साहित्यिक क्लब और रंगमंच क्लब सहित कुल चार क्लब होंगे।

प्रवेश परीक्षाओं में उच्च उपस्थिति दर्ज

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आज विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं सुचारू रूप से संपन्न हुईं। प्रातः सत्र में एम.बी.ए. विषय की परीक्षा में कुल 694 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 607 उपस्थित रहे, जिसकी उपस्थिति दर 87% रही। सायं सत्र में एम.एस.सी. भौतिकी की प्रवेश परीक्षा में 93% उपस्थिति (208 पंजीकृत में से 194 उपस्थित) दर्ज की गई, जबकि एम.ए. इतिहास विषय की प्रवेश परीक्षा में 254 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 233 उपस्थित रहे।

दर्शनशास्त्र विभाग में प्रवेश 18 एवं 19 जुलाई को

दर्शनशास्त्र विभाग में एम.ए. दर्शनशास्त्र, एम.ए. इन योग एवं पी.जी. डिप्लोमा इन योग सत्र 2025-26 में प्रवेश लेने वाले सभी विद्यार्थियों को सूचित किया गया है कि प्रवेश प्रक्रिया 18 एवं 19 जुलाई, 2025 को पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 2:00 बजे तक दर्शनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष कक्ष में संपन्न होगी। अभ्यर्थियों को अपने सभी मूल प्रमाण-पत्रों की एक सेट छायाप्रति के साथ उपस्थित होना अनिवार्य है।

सर्टिफिकेट कोर्स इन GST में सीधे प्रवेश 18 जुलाई को

वाणिज्य विभाग में स्ववित्तपोषित कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित सर्टिफिकेट कोर्स इन GST में प्रवेश हेतु 18 जुलाई 2025 को प्रातः 11:00 बजे से अपराह्न 3:00 बजे तक वाणिज्य विभाग में सीधे प्रवेश की प्रक्रिया संचालित की जाएगी। इस पाठ्यक्रम में आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों को निर्धारित तिथि, स्थान एवं समय पर अपने सभी मूल अंकपत्रों, प्रमाणपत्रों (जैसे जाति/आय/वेटेज आदि) तथा उनकी स्वहस्ताक्षरित छायाप्रतियों के एक सेट के साथ उपस्थित होना होगा।

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Priya Srivastava

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Priya Srivastava दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक हैं. गोगोरखपुर.कॉम के लिए इवेंट, एजुकेशन, कल्चर, रिलीजन जैसे टॉपिक कवर करती हैं. 'लिव ऐंड लेट अदर्स लिव' की फिलॉसफी में गहरा यकीन.

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