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गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने राष्ट्रीय डिज़ाइन चैलेंज में लहराया परचम, IIT जैसी संस्थाओं को छोड़ा पीछे

गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने राष्ट्रीय डिज़ाइन चैलेंज में लहराया परचम, IIT जैसी संस्थाओं को छोड़ा पीछे
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) के छात्रों ने राष्ट्रीय डिज़ाइन चैलेंज में प्रथम स्थान हासिल कर इतिहास रचा। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रज्ज्वल पांडेय और ओंकार सिंह ने यह उपलब्धि हासिल की, जिससे विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ा।

गोरखपुर: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) के छात्रों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। राष्ट्रीय डिज़ाइन चैलेंज प्रतियोगिता में IET के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की पाँच टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में छात्र प्रज्ज्वल पांडेय और ओंकार सिंह ने प्रथम स्थान हासिल कर ₹30,000 का नकद पुरस्कार जीता। यह उपलब्धि विभाग के समन्वयक डॉ. राहुल कुमार के मार्गदर्शन में हासिल हुई, जिनकी कड़ी मेहनत और दिशा-निर्देशों की सराहना सभी ने की।

आईईटी के पांच टीमों ने प्रतियोगिता में लिया भाग

DDUGU के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग से कुल पाँच टीमों ने इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया था। इन टीमों को अपने नवाचारी डिज़ाइन और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर मिला। प्रतियोगिता का आयोजन ट्विनटेक इंजीनियरिंग एंड डिज़ाइन टेक्नोलॉजी प्रा. लि. ने ऑटोडेस्क इंक. के सहयोग से किया था, जिसका उद्देश्य देश भर के युवा इंजीनियरों को मंच प्रदान करना था। ट्विनटेक के प्रबंध निदेशक (MD) श्री निरंजन कुमार सिंह और कार्यक्रम की संकल्पना एवं समन्वय डॉ. निशा सिंह ने किया।

देशभर से 37 टीमें हुई शामिल

इस राष्ट्रीय डिज़ाइन चैलेंज के फाइनल चरण में देश के 10 राज्यों और 14 प्रमुख विश्वविद्यालयों से कुल 37 टीमों को चुना गया था। इनमें आईआईटी तिरुपति, केआईआईटी, जीएनए और एलपीयू जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं की टीमें शामिल थीं। ऐसे में गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों का प्रथम स्थान प्राप्त करना उनकी प्रतिभा और संस्थान की गुणवत्ता का प्रमाण है।

गणमान्य व्यक्तियों की रही उपस्थिति

पुरस्कार वितरण समारोह में कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन किया। इनमें ऑटोडेस्क के निदेशक कॉनवे गोह, केआईआईटी के कुलपति प्रो. (डॉ.) सरनजीत सिंह, ओपेका के मानद सचिव श्री बिनोद दाश, सिनर्जी समूह के प्रमोटर, ऑटोडेस्क के स्ट्रैटेजिक मैनेजर अरुण कुमार और डॉ. साईगीता प्रियदर्शिनी (पार्टनर सक्सेस मैनेजर, ऑटोडेस्क) शामिल थे। केआईआईटी के कुलपति प्रो. (डॉ.) सरनजीत सिंह ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए विशेष रूप से मेंटर डॉ. राहुल कुमार के योगदान की सराहना की, जिनके मार्गदर्शन में छात्रों ने यह बड़ी सफलता हासिल की।

कुलपति ने दी छात्रों को बधाई

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति ने इस उपलब्धि पर गहरी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने विजेता टीम के छात्रों प्रज्ज्वल पांडेय और ओंकार सिंह के साथ-साथ प्रोफेसर-इन-चार्ज प्रो. एस. एन. तिवारी, डीन (FoET) प्रो. हिमांशु पांडेय और समन्वयक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) डॉ. राहुल कुमार को इस शानदार सफलता के लिए बधाई दी। यह जीत विश्वविद्यालय के लिए एक गौरव का क्षण है और भविष्य के लिए एक प्रेरणा भी।

DDUGU की सफलता के मुख्य बिंदु

  • प्रथम पुरस्कार विजेता: प्रज्ज्वल पांडेय एवं ओंकार सिंह (मैकेनिकल इंजीनियरिंग)
  • पुरस्कार राशि: ₹30,000
  • प्रतियोगिता का नाम: राष्ट्रीय डिज़ाइन चैलेंज
  • कुल टीमें (फाइनल में): 37 (10 राज्यों, 14 विश्वविद्यालयों से)
  • मार्गदर्शक: डॉ. राहुल कुमार (समन्वयक, मैकेनिकल इंजीनियरिंग)
  • आयोजक: ट्विनटेक इंजीनियरिंग एंड डिज़ाइन टेक्नोलॉजी प्रा. लि. (सहयोग: ऑटोडेस्क इंक.)

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Priya Srivastava

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About Author

Priya Srivastava दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक हैं. गोगोरखपुर.कॉम के लिए इवेंट, एजुकेशन, कल्चर, रिलीजन जैसे टॉपिक कवर करती हैं. 'लिव ऐंड लेट अदर्स लिव' की फिलॉसफी में गहरा यकीन.

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