Gorakhpur: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग ने हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर ‘पुरातन छात्र सम्मेलन’ का आयोजन किया.

इस सम्मेलन में कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने पुरातन छात्रों को विश्वविद्यालय की विरासत बताते हुए हीरक जयंती वर्ष में इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला.
मुख्य अतिथि डॉ. बालमुकुंद पांडेय ने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए इतिहास विभाग के विकास के लिए संसाधन जुटाने का वादा किया. विशिष्ट अतिथि डॉ. चंद्र प्रकाश त्रिपाठी ने भी विभाग के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया.

इस अवसर पर छात्रों द्वारा गोरखपुर और विश्वविद्यालय के इतिहास पर आधारित 200 से अधिक पोस्टर्स की प्रदर्शनी लगाई गई. साथ ही, पुरातन छात्र परिषद का गठन किया गया और इसके संविधान का विमोचन भी हुआ.

विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मनोज कुमार तिवारी ने पुरातन छात्रों से विभाग से जुड़े रहने का आग्रह किया. प्रोफेसर हिमांशु चतुर्वेदी ने पुरातन छात्र परिषद के महत्व पर प्रकाश डाला.