Gorakhpur/Funeral procession stopped claiming to revive the deceased: चौरीचौरा थाना इलाके के बरही भरटोलिया निवासी लोरिक राजभर की बीमारी से मौत हो गयी. परिवार के लोग दाह संस्कार के लिए लेकर जा रहे थे. रास्ते में युवक व दो महिलाओं ने शव को रोककर जिन्दा करने का दावा किया और झाड़फूंक करने लगी. अंधविश्वास का आलम रहा कि किसी ने इन्हें रोका टोका नहीं. इस दौरान किसी ने पुलिस को जानकारी दी. मौके पर पुलिस पहुंची और युवक व दो महिलाओं को हिरासत में लेकर शव को दाह संस्कार के लिए भेज दिया.
ग्राम सभा बरही (भरटोलिया) निवासी मृतक लोरीक राजभर का शव ग्रामीणों द्वारा दाह संस्कार करने के लिए जा रहे थे. अभी गांव के बाहर तक ही पहुंचे थे कि एक टैम्पो में सवार एक युवक तथा दो महिलाए पहुंची. तीनों लोगों द्वारा शव को रोक दिया गया. ये लोग मृत युवक को जिन्दा करने का दावा करने लगे. लोग उनकी बातों में आ गए और शव को जमीन पर रख दिया. युवक द्वारा शव को पूरब पश्चिम की दिशा में रखवा कर एक किताब निकाल कर उसे पढ़ने लगा तथा दोनो महिलाएं शव के पास दक्षिण दिशा में बैठकर प्रार्थना करने लगी. करीब एक घंटा बिताने के बाद जब जीवित होने की कोई संभावना नहीं दिखा तो कुछ लोगों ने विरोध किया तो कुछ लोगों द्वारा इंतजार करने की बात बोला गया.
इसी बीच किसी ने घटना की सूचना पुलिस को दे दिया. सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी संजय कुमार मिश्रा ने परिजनों से शव का दाह संस्कार करने के लिए भेजा दिया गया. पुलिस ने मौके से एक युवक व दो महिलाओ को टैम्पो सहित कब्जे में लेकर थाने चली गई.