गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) ने ‘विश्व सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन दिवस’ के अवसर पर सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एक व्यापक जागरूकता रैली और टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह पहल महामहिम कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा और कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन के कुशल मार्गदर्शन में की गई। इस कार्यक्रम के दौरान कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 50 छात्राओं को एचपीवी (HPV) टीके की पहली डोज़ लगाई गई, जबकि 15 छात्राओं का टीकाकरण शेड्यूल पूरा हुआ। अब तक 350 से अधिक छात्राओं का टीकाकरण किया जा चुका है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुरक्षा का संदेश पहुँचाना और महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए जागरूकता बढ़ाना रहा।
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कुलपति के आह्वान पर निकली जागरूकता रैली
विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से सुबह 9:00 बजे कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन के आह्वान पर जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली का नेतृत्व महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक प्रो दिव्या रानी सिंह ने किया। इसमें डॉ. राजेश झा (सीएमओ गोरखपुर), डॉ. मधु गुलाटी (वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ), आईएमए के पदाधिकारी, इनर व्हील क्लब सेवा संस्थान की सदस्य और विश्वविद्यालय के शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं शामिल हुए। रैली का केंद्रीय संदेश था कि महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम, नियमित जांच और एचपीवी वैक्सीनेशन के महत्व को घर-घर पहुँचाया जाए। यह जागरूकता अभियान समाज, प्रशासन और महिला संस्थाओं के सहयोग से निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया गया।

350 से अधिक छात्राओं का हुआ टीकाकरण
जागरूकता रैली के बाद, कार्यक्रम के दूसरे चरण में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं के टीकाकरण के सातवें चरण की शुरुआत हुई। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के डिविजन हेड ए पी सिंह और उनकी टीम ने इस कार्य को अंजाम दिया। यह जानकारी दी गई कि अब तक लगभग 350 से ज़्यादा छात्राओं को सफलतापूर्वक टीका लगाया जा चुका है, जिससे उन्हें सर्वाइकल कैंसर से बचाव मिल सकेगा। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस मौके पर कहा कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक होने वाले कैंसरों में से एक है, लेकिन समय पर जांच और एचपीवी वैक्सीनेशन से इसे रोका जा सकता है। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सुरक्षा का संदेश भी समाज तक पहुँचाना ज़रूरी है।
सीएमओ ने लड़कों के वैक्सीनेशन पर भी दिया ज़ोर
इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजेश झा ने एक महत्वपूर्ण बात पर ज़ोर दिया। उन्होंने बताया कि एचपीवी वैक्सीनेशन सिर्फ महिलाओं या लड़कियों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि लड़कों को भी अनिवार्य रूप से यह टीका लगवाया जाना चाहिए। वरिष्ठ स्त्री प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मधु गुलाटी ने गीडा क्षेत्र में स्थापित कंपनियों से भारतीय समुदाय कल्याण कोष (ICWF) में योगदान देकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में मदद करने की अपील की। कार्यक्रम का मुख्य संदेश स्पष्ट था: “सर्वाइकल कैंसर रोके जाने योग्य है। जागरूकता, नियमित जांच और एचपीवी टीकाकरण ही इससे बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।”


