गोरखपुर: अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में 25 नवंबर को होने वाले ऐतिहासिक ध्वजारोहण समारोह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को देखते हुए, सुरक्षा व्यवस्था के तहत अयोध्या यातायात डायवर्जन लागू किया जा रहा है। इसी क्रम में, बस्ती पुलिस प्रशासन ने बस्ती अयोध्या फोरलेन पर भारी वाहनों के प्रवेश को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। यह भारी वाहन प्रतिबंध 23 नवंबर की रात 11 बजे से प्रभावी हो जाएगा और 26 नवंबर की रात 8 बजे तक (या कार्यक्रम की समाप्ति तक) जारी रहेगा।
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26 नवंबर तक भारी वाहनों के लिए रूट बंद
पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 23 नवंबर की रात 11 बजे से अयोध्या की ओर जाने वाले सभी भारी वाहनों, जिनमें ट्रक, डीसीएम, ट्रैक्टर-ट्राली और अन्य मालवाहक गाड़ियां शामिल हैं, उन्हें फोरलेन पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह रोक मुख्य रूप से मालवाहक गाड़ियों के लिए है। हालांकि, 25 नवंबर को कार्यक्रम के दौरान अगर ट्रैफिक का दबाव बढ़ता है, तो चार पहिया हल्के वाहनों (कार, जीप) को भी अस्थायी तौर पर डायवर्ट किया जा सकता है या उन्हें सर्विस लेन से गुजारा जा सकता है। आवश्यक सेवाओं वाले वाहन, जैसे एंबुलेंस, इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। हाईवे पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।
लखनऊ और गोरखपुर के लिए वैकल्पिक रूट प्लान जारी
पुलिस द्वारा भारी वाहन प्रतिबंध के चलते वैकल्पिक रूट प्लान भी जारी किया गया है। लखनऊ जाने वाले भारी वाहनों को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे से डायवर्ट किया जाएगा। इसी तरह, लखनऊ से गोरखपुर आने वाले वाहनों को बस्ती अयोध्या फोरलेन पर नहीं आने दिया जाएगा। इन्हें बाराबंकी से ही मोड़कर सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर और पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के रास्ते भेजा जाएगा। गोंडा, बलरामपुर, उतरौला, डुमरियागंज, मेंहदावल, संतकबीर नगर होते हुए गोरखपुर आने वाले भारी वाहनों को भी वैकल्पिक मार्गों से ही डायवर्ट किया जाएगा।
छोटी गाड़ियों पर भी लग सकता है अस्थायी प्रतिबंध
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि अभी यह आदेश केवल भारी वाहन प्रतिबंध के लिए है। हालांकि, 25 नवंबर को अयोध्या यातायात डायवर्जन के दौरान अयोध्या में ट्रैफिक का दबाव और भीड़ बढ़ते ही छोटी गाड़ियों के आवागमन को भी अस्थायी तौर पर प्रतिबंधित किया जा सकता है, ताकि सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके।

