बरेली: बरेली के नवाबगंज इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। शादी के महज़ एक साल बाद ही एक 21 वर्षीय महिला की उसके अपने ही घर में बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी गई। इस जघन्य अपराध पर पर्दा डालने और पुलिस जांच को भटकाने के लिए, हत्या को लूट का रूप देने की एक सोची-समझी साजिश रची गई। लेकिन घटनास्थल पर मिले सुरागों और मृतका के परिवार के आरोपों ने इस झूठी कहानी का पर्दाफाश कर दिया, जिससे एक क्रूर दहेज हत्या की सच्चाई सामने आई।
पति ने ही दरवाजा तोड़कर पत्नी का शव मिलने की दी सूचना
इस मामले में आरोपी पति ने खुद को निर्दोष साबित करने और जांच को गुमराह करने के लिए एक ऐसी योजना बनाई जो अपराध की गंभीरता को और बढ़ा देती है। ट्रैक्टर चलाने वाले पति, अनिल ने पुलिस को बताया कि वह शाम को करीब साढ़े सात बजे जब घर लौटा तो दरवाज़े पर बाहर से ताला लगा हुआ पाया।
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अनिल के अनुसार, उसने पहले आस-पड़ोस के लोगों से अपनी पत्नी अनीता के बारे में पूछताछ की, लेकिन जब उसका कुछ पता नहीं चला तो उसने दरवाज़े का ताला तोड़ दिया। उसका दावा था कि जब वह घर के अंदर दाखिल हुआ तो कमरे में उसकी 21 वर्षीय पत्नी अनीता का शव ज़मीन पर पड़ा मिला था, जिसकी बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। हालांकि, पति द्वारा रची गई यह कहानी घटनास्थल के हालात से बिल्कुल मेल नहीं खा रही थी, जिसने शुरुआत से ही पुलिस के मन में संदेह पैदा कर दिया।
घटनास्थल पर लूट की कोशिश, लेकिन कोई सामान गायब नहीं मिला
किसी भी अपराध की जांच में घटनास्थल का विश्लेषण अपराधियों की मंशा को उजागर करने में सबसे अहम भूमिका निभाता है। इस मामले में भी घटनास्थल ने हत्या को लूट का रूप देने की एक नाकाम कोशिश को पूरी तरह से उजागर कर दिया। पुलिस और फॉरेंसिक टीम जब मौके पर पहुंची तो उन्होंने पाया कि घर का कुछ सामान अस्त-व्यस्त था, जिससे यह दिखाने की कोशिश की गई थी कि वहां लूटपाट हुई है।
लेकिन जांच में सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह सामने आया कि घर से कोई भी कीमती या अन्य सामान गायब नहीं था। इस एक सुराग ने लूट की पूरी थ्योरी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। इसके अलावा, पुलिस को घटनास्थल के पास से ही खून से सना हंसिया भी मिला, जिसे हत्या में इस्तेमाल किया गया था। पुलिस के इस संदेह की पुष्टि जल्द ही मृतका के परिवार द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों से हो गई, जिसने इस मामले की परतें खोलकर रख दीं।
मृतका के भाई ने पति और ससुराल वालों पर लगाया दहेज हत्या का आरोप
इस मामले का असली मकसद तब सामने आया जब मृतका के परिवार ने अपनी चुप्पी तोड़ी और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए। उनके बयानों ने पुलिस की जांच को एक स्पष्ट दिशा प्रदान की और हत्या के पीछे की वजह को उजागर कर दिया। क्योलड़िया के रहने वाले मृतका के भाई, कृष्णपाल ने पुलिस को बताया कि उन्होंने एक साल पहले अपनी बहन अनीता की शादी अनिल से की थी, जिसमें उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार लगभग 14 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके बावजूद, ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे और लगातार दहेज की मांग कर रहे थे।
कृष्णपाल के अनुसार, उनकी बहन अपने पति अनिल और देवर सचिन के साथ ओम सिटी में रह रही थी। उन्होंने विशेष रूप से आरोप लगाया कि ससुराल वाले अनीता पर दहेज में कार लाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। कृष्णपाल ने यह भी बताया कि इसी विवाद के कारण अनीता को पहले घर से निकाल दिया गया था, लेकिन बाद में एक पंचायत के हस्तक्षेप के बाद वह ससुराल वापस आ सकी थी। मृतका के भाई की शिकायत के आधार पर पुलिस ने निम्नलिखित लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है: पति: अनिल, ससुर: जमुना, सास, देवर: सचिन, चचिया ससुर: महेश कुमार। परिवार के आरोपों के अलावा, फोरेंसिक सुराग भी एक गहरी और पूर्व नियोजित साजिश की ओर इशारा कर रहे थे।
हत्या से पहले अनीता को नशा देने की आशंका, संघर्ष का कोई निशान नहीं
इस घटना के सबसे हैरान करने वाले और भयावह पहलुओं का खुलासा फोरेंसिक जांच में हुआ। सबूतों ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह हत्या किसी आकस्मिक झगड़े का परिणाम नहीं, बल्कि एक पूर्व नियोजित और क्रूर साजिश का हिस्सा थी। पुलिस जांच में सामने आए सबसे चौंकाने वाले तथ्य निम्नलिखित हैं:
- घटनास्थल पर संघर्ष का कोई भी निशान नहीं मिला, जिससे यह संकेत मिलता है कि अनीता ने खुद को बचाने की कोई कोशिश नहीं की।
- इस आधार पर पुलिस को आशंका है कि हत्या से पहले अनीता को नशा दिया गया होगा ताकि वह विरोध न कर सके। पुलिस यह भी मान रही है कि इस हत्याकांड में एक से अधिक व्यक्ति शामिल हो सकते हैं।
- मौके पर बिखरा हुआ खून पूरी तरह सूख चुका था, जिससे पुलिस ने अनुमान लगाया है कि हत्या शाम को नहीं, बल्कि लगभग छह-सात घंटे पहले यानी सुबह के समय ही कर दी गई थी।
पति की भूमिका संदिग्ध, पुलिस कर रही है गहन पूछताछ
प्रारंभिक साक्ष्य, फोरेंसिक रिपोर्ट और मृतका के परिवार के बयानों के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच का केंद्र मुख्य आरोपी पर केंद्रित कर दिया है। इस मामले में एसपी नॉर्थ, मुकेश चंद्र मिश्र ने आधिकारिक बयान जारी किया है। उन्होंने पुष्टि की कि महिला की गला काटकर हत्या की गई है और मायके पक्ष ने पति समेत ससुराल वालों पर दहेज हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। एसपी मिश्र के अनुसार, इस पूरे मामले में पति की भूमिका बेहद संदिग्ध मानी जा रही है। फिलहाल, पति से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि इस जघन्य हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने आ सके और सभी दोषियों को कानून के कठघरे में खड़ा किया जा सके।
 



