आजमगढ़: आजमगढ़ पुलिस ने प्रधानमंत्री योजना का लाभ दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगों के बैंक खाते खुलवाकर उन्हें साइबर अपराधियों को मुहैया कराने के आरोप में देवरिया स्थित एक्सिस बैंक के सहायक शाखा प्रबंधक योगेश त्रिपाठी उर्फ अमित को गिरफ्तार किया है। योगेश देवरिया के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के मल्लाह टोली, वार्ड नं. 02 का निवासी है।
पुलिस के अनुसार, योगेश द्वारा उपलब्ध कराए गए इन बैंक खातों का इस्तेमाल ऑनलाइन गेमिंग, बेटिंग और जुए के नाम पर चल रहे आर्थिक अपराधों में किया जाता था। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी योगेश के संबंध आजमगढ़ जिले में नवंबर 2024 में पकड़े गए 190 करोड़ रुपये की साइबर ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह से भी जुड़े हुए थे।
साइबर क्राइम के नोडल अधिकारी विवेक त्रिपाठी ने बताया कि साइबर अपराधों की जांच के दौरान योगेश त्रिपाठी का नाम सामने आया था। उसे पूछताछ के लिए साइबर थाना आजमगढ़ बुलाया गया, जहाँ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान आरोपी योगेश ने स्वीकार किया कि वह कम पढ़े-लिखे और गरीब लोगों को प्रधानमंत्री योजना का लाभ दिलाने और तीन हजार रुपये नकद देने का लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाता था। इन खातों से संबंधित किट (एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक) वह असली खाताधारक को न देकर सीधे साइबर अपराधियों को उपलब्ध करा देता था। इन खातों का उपयोग बड़े पैमाने पर ऑनलाइन साइबर ठगी, बेटिंग और अन्य अवैध लेन-देन के लिए किया जाता था। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कम से कम 30 से 35 खाते योगेश त्रिपाठी की बैंक आईडी से खोले गए थे, जो उसकी संलिप्तता को स्पष्ट करता है।
यह गिरफ्तारी साइबर अपराधों के खिलाफ चल रही पुलिस की मुहिम में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क का पता लगाने के लिए आगे की जांच कर रही है।
हमें फॉलो करें — वॉट्सऐप चैनल | फेसबुक | एक्स | इंस्टाग्राम | गूगल न्यूज़