समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए। उनकी रिहाई के बाद समर्थकों की 73 गाड़ियों का नो पार्किंग में चालान किया गया और 1.49 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। पूरी खबर पढ़ें।
सीतापुर: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से विधायक आजम खान 23 महीने बाद मंगलवार को सीतापुर जेल से रिहा हो गए। उनकी रिहाई की खबर मिलते ही जेल के बाहर सुबह से ही उनके समर्थक और सपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए थे। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें जेल से बाहर लाया गया, जहां उनके दोनों बेटों, अब्दुल्ला और अदीब, ने उनका स्वागत किया। इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी तैनात था। जेल के बाहर खड़ी उनके समर्थकों की 73 गाड़ियों का पुलिस ने नो पार्किंग में चालान किया और उन पर करीब 1 लाख 49 हजार रुपये का जुर्माना लगाया।
आजम खान की रिहाई की खबर सुनकर उनके समर्थक और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सीतापुर जेल के बाहर बड़ी संख्या में पहुंच गए थे। जेल के बाहर सड़क के किनारे और नो पार्किंग जोन में गाड़ियां खड़ी थीं, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा था। पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने और यातायात सुचारू रूप से चलाने के लिए इन गाड़ियों पर कार्रवाई की। कुल 73 गाड़ियों का चालान किया गया, और प्रत्येक गाड़ी पर नो पार्किंग का जुर्माना लगाया गया। पुलिस ने कुल मिलाकर 1 लाख 49 हजार रुपये का जुर्माना वसूला।
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आजम खान पर दर्ज कई मुकदमों के कारण उन्हें 23 महीने तक सीतापुर जेल में रहना पड़ा। विभिन्न अदालतों से जमानत मिलने के बाद उनकी रिहाई संभव हो पाई। उनकी रिहाई के समय जेल के बाहर उनके समर्थक, जिनमें उनके बेटे अब्दुल्ला और अदीब भी शामिल थे, उनका स्वागत करने के लिए मौजूद थे। समर्थकों ने आजम खां का फूल मालाओं से स्वागत किया।