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एम्स: मेस के खाने में गड़बड़ी मिलने पर एक्शन, फिर से बनी कमेटी

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Gorakhpur: एम्स गोरखपुर ने मेस सुविधाओं की स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता को लेकर छात्रों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं के बाद मेस समिति का पुनर्गठन किया है. इन चिंताओं में भोजन विषाक्तता की घटनाएं भी शामिल हैं. संस्थान स्वच्छ, गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित भोजन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. 

कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में गठित समिति को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियां सौंपी गई हैं. इनमें मेस सुविधाओं का नियमित निरीक्षण, स्वच्छता संबंधी समस्याओं का तुरंत समाधान, छात्रों की शिकायतों और सुझावों पर ध्यान देना और खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करना शामिल है.

समिति मेस प्रबंधन की दक्षता में सुधार के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) भी तैयार करेगी. यह SOP, 15 दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाएगी और साफ़-सफ़ाई, संचालन को सुव्यवस्थित करने और भविष्य में खाद्य सुरक्षा संबंधी समस्याओं को रोकने के उपायों को निर्दिष्ट करेगी.

यह पहल एम्स गोरखपुर में एक स्वस्थ और सहायक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है. छात्रों के साथ नियमित संवाद और मेस सुविधाओं की नियमित निगरानी से विश्वास और संतोष बढ़ेगा.

एम्स गोरखपुर का मानना है कि सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन छात्रों और कर्मचारियों की भलाई और उत्पादकता के लिए ज़रूरी है. यह एक सकारात्मक और विकासोन्मुख शैक्षणिक एवं व्यावसायिक वातावरण बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

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