Gorakhpur: रामगढ़ताल इलाके में एक अस्पताल संचालक से पचास लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित ने एसएसपी से मिलकर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
लालजी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के संचालक और रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के कादम्बनी हाईट्स निवासी शिवबचन प्रजापति ने बताया कि उनका एक फ्लैट दिल्ली के मयूर विहार में है, जहाँ वह अक्सर आते-जाते रहते हैं. क़रीब 20 वर्ष पूर्व उनकी मुलाक़ात दिल्ली में रामकुमार नाम के एक व्यक्ति से हुई, जिसने अपना पता अशोक टावर, 1403, शिप्रा सन सिटी, इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद बताया था. उनसे प्रजापति की बातचीत होती थी.
बातचीत के दौरान उन्होंने रामकुमार से कहा कि वह अपने अस्पताल का फ़ाइनेंस एग्रीमेंट लीगलाइज़ कराना चाहते हैं, ताकि उनके अस्पताल के नाम से फ़ाइनेंस हो सके. रामकुमार ने उन्हें तमिलनाडु के कृष्णगिरि निवासी के. मुनिसामी से मिलवाया और कहा कि मुनिसामी उनके अस्पताल का फ़ाइनेंस लीगलाइज़ करवा देंगे. इसके लिए उन्हें 50 लाख रुपये देने होंगे. रामकुमार और के. मुनिसामी की बात पर विश्वास करके 10 जनवरी 2022 को 45 लाख रुपये चेक के ज़रिए आरटीजीएस के माध्यम से के. मुनिसामी के खाते में भेज दिए, जिसे उन्होंने प्राप्त किया.
31 जनवरी 2022 को मुनिसामी के सीए बी. प्रवीण के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से 5 लाख रुपये भेज दिए. पैसे भेजने के बाद जब प्रजापति ने रामकुमार और के. मुनिसामी से अपने फ़ाइनेंस एग्रीमेंट लीगलाइज़ कराने के लिए कहा, तो उन्होंने टालमटोल शुरू कर दी. जब प्रजापति ने कहा कि अगर वे फ़ाइनेंस एग्रीमेंट लीगलाइज़ नहीं करा पा रहे हैं, तो उनका पैसा वापस कर दें, तो दोनों ने पैसा देने से मना कर दिया. इस तरह रामकुमार और के. मुनिसामी ने प्रजापति के सारे पैसे हड़प लिए.
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