Gorakhpur: भारत सरकार के रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 21 दिसंबर, 2024 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित एक समारोह में भारतीय रेल के 101 समर्पित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को 69वें अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया. इन पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों में पूर्वोत्तर रेलवे के चार अधिकारी/कर्मचारी भी शामिल हैं. यह पुरस्कार भारतीय रेल में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है.
वरिष्ठ कोचिंग डिपो अधिकारी, गोरखपुर बलराम को अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. बलराम ने कोचिंग डिपो, गोरखपुर में आर.डी.एस.ओ. आशोधनों को लागू कराकर पहिया शेलिंग में 30 प्रतिशत तथा स्प्रिंग ब्रेकेज में 40 प्रतिशत की कमी की, जिससे रेल राजस्व की बचत हुई एवं संरक्षा सुदृढ़ हुई. बलराम ने 570 वातानुकूलित कोचों में फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम (एफ.एस.डी.एस.) लगवाये, जिससे प्रतिवर्ष लगभग दो करोड़ रुपये की लागत कम हुई. इन्होंने अग्निशमन यंत्रों का अनुरक्षण कराया. इसके अतिरिक्त इन्होंने वंदे भारत रेक को सफलतापूर्वक चालू कराया तथा सामग्री के लिये वारंटी दावों से दो करोड़ रुपये प्राप्त करवाये.
अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित होने पर बलराम को वरिष्ठ रेल अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों ने बधाई दी है.